गोवा में एक महिला के साथ मारपीट करने और उसे जूते चाटने के लिए मजबूर करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. ये आरोप गोवा पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर पर लगा है. पीड़िता महिला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी सब इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच शुरू कर दी है.
पीड़ित महिला की शिकायत के अनुसार, कोलवा पुलिस स्टेशन में तैनात एक सब इंस्पेक्टर ने 22 जून को उसे और उसके पति को बेनाउलिम और नुवेम की सीमा पर स्थित एक जगह पर बुलाया, जहां एक छोटी सी सड़क दुर्घटना के बाद उनका एक ट्रक ड्राइवर के साथ झगड़ा हो गया था.
दरअसल, इसी स्थान पर पीड़ित दंपत्ति ट्रक ड्राइवर की गलती की वजह से सड़क हादसे में बाल-बाल बचे थे. इसके बाद उन्होंने ड्राइवर को रोक लिया, जिसके बाद दोनों के बीच झगड़ा हुआ था. हालांकि, बाद में उनके बीच सुलह हो गई थी. लेकिन इस हादसे के एक घंटे के बाद पीएसआई ने उन्हें बुला लिया.
पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि पीएसआई ने पहले उसकी बेरहमी से पिटाई की, फिर उसे अपने जूते चाटने को मजबूर किया. इस बारे में पीड़िता ने मडगांव थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं किया. इसके बाद इस मामले को आम आदमी पार्टी की विधायक वेंजी वीगास ने उठाया.
विधायक वेंजी वीगास मंगलवार को महिला शिकायतकर्ता के साथ पुलिस अधीक्षक (दक्षिण) सुनीता सावंत से मुलाकात की थी. पुलिस उपाधीक्षक (मडगांव) संतोष देसाई ने बताया कि आरोपी पीएसआई के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है. प्रारंभिक जांच पूरी होने के बाद उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी.
बताते चलें कि मई में एक सड़क हादसे में एक शख्स की मौत होने के बाद उत्तर प्रदेश के रहने वाले दो लोगों को गोवा पुलिस ने गिरफ्तार किया था. आरोपियों ने एक छोटे से विवाद के बाद पीड़ित की स्कूटी पर अपनी गाड़ी चढ़ा दी थी. इस वारदात को अंजाम देने के बाद वो जंगल में छिपने के लिए भागे थे.
पुलिस अधीक्षक (उत्तर) अक्षत कौशल ने बताया था कि दोनों आरोपियों के नाम रोहित सिंह और अभिषेक सिंह है. सोमवार की रात उत्तरी गोवा जिले के पेरनेम में देवीदास कोनाडकर नामक व्यक्ति के साथ उनका विवाद हो गया था. पीड़ित दोपहिया वाहन पर था, जबकि आरोपी पिकअप वैन चला रहे थे.
विवाद के बाद आरोपियों ने अपनी पिकअप वैन से पीड़ित का पीछा किया और जोरदार धक्के मार-मार कर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद दोनों पास के जंगल में भाग गए, लेकिन घटना देखने वाले स्थानीय निवासियों ने उन्हें पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया. उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.