एक महिला के डेबिट कार्ड से 25 बार फ्रॉड पेमेंट किए गए. महिला को जब पता चला कि ये पेमेंट वेश्यालय से हुआ है तो वह हैरान रह गई. महिला ने इस बारे में जब बैंक को बताया तो वहां से उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली.
चेल्सिया पैटॉन नाम की महिला नवम्बर 2022 का बैंक स्टेटमेंट देखकर दंग रह गईं. दरअसल, उनके अकाउंट से 25 बार में बारी-बारी से सिडनी के 'पिंक लेडी प्राइवेट होटल' से 16-16 हजार रुपए निकाले गए थे. यह होटल सिडनी में वेश्यालय के तौर पर चर्चित है.
जैसे ही चेल्सिया को पता चला कि वह धोखाधड़ी का शिकार हुई हैं, उन्होंने इस मामले की जानकारी नेशनल ऑस्ट्रेलिया बैंक (NAB) को दी. इसके बाद उनका डेबिट कार्ड ब्लॉक कर दिया गया.
चेल्सिया ने news.com.au को बताया कि उन्हें आइडिया नहीं है कि कैसे कार्ड की डिटेल्स चोरी हुई? चेल्सिया ने आशंका जताई कि डेबिट कार्ड की ATM पर 'क्लोनिंग' की गई है. वहीं ऐसा भी हो सकता है कि ऑनलाइन शॉपिंग करते हुए डिटेल्स चुराई गई हों.
पेशे से बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर चेल्सिया बैंक के रवैये से काफी आहत हैं. बैंक ने चेल्सिया को ईमेल भेजा और मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया. बैंक ने उनके 4 लाख रुपए रिफंड करने से मना कर दिया. चेल्सिया ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि वह अब बैंक के लिए महत्व नहीं रखती हैं.
महिला के घर से 900 KM दूर हुआ फर्जीवाड़ा
चेल्सिया ने कहा कि वह गोल्डकोस्ट में रहती हैं और ट्रांजैक्शन सिडनी के वेश्यालय से हुआ है. इन दोनों जगह में 900 KM से ज्यादा की दूरी है. चेल्सिया ने सवाल उठाया आखिर वह सुबह के चार बजे वेश्यालय से पैसे क्यों निकालेंगी? चेल्सिया ने कहा कि बैंक उनकी 15 साल की डिटेल देख सकता है. वह कहां खर्चें करती हैं और कहां शॉपिंग करती हैं. ये सारी जानकारी बैंक को पता हैं.
ऑस्ट्रेलिया में बढ़े हैं ऐसे मामले
धोखाधड़ी के इस मामले पर NAB के अधिकारी क्रिस शिहान ने कमेंट करने से इनकार कर दिया. उन्होंने यह जरूर कहा कि बैंक इस तरह के स्कैम की हर बार जांच करने की कोशिश करता है.
क्रिस ने कहा- एक बार जब जांच पूरी हो जाती है तो हम ग्राहक को विस्तार से पूरी जानकारी देते हैं. वहीं ग्राहक चाहें तो ऐसे मामलों में ऑस्ट्रेलियन फाइनेंशियल कंप्लेंट्स अथॉरिटी (AFCA) का भी रुख कर सकता है. क्रिस ने यह बात भी मानी कि पिछले कुछ सालों में इस तरह के मामले बढ़ गए हैं, इससे लोगों पर आर्थिक-मानसिक दोनों तरह से असर पड़ता है.