वेस्ट बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के दीघा इलाके में गैंगरेप की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. यहां अपने बॉयफ्रेंड के साथ घूमने आई एक लड़की (23) होटल की तलाश कर रही थी. तभी दो दरिंदों ने उसे सस्ते और अच्छे होटल का लालच दिया. वो उनकी बातों में आई गई. इसके बाद आरोपी उन दोनों को अपनी बाइक पर बिठाकर कस्बे से दूर जंगल की तरफ ले गए. वहा सूनसान जगह पर बाइक रोक दी. लड़की को जबरन जंगल में घसीट कर ले गए. इसका विरोध करने पर उसके बॉयफ्रेंड को पेड़ से बांध दिया.
इसके बाद उसकी जमकर पिटाई शुरू कर दी. ये सब देखकर लड़की बुरी तरह से डर गई. दरिंदों ने पहले उसके पास मौजूद सभी कीमती सामान, मोबाइल, घड़ी और पैसे लूटे, उसके बाद उसे निर्वस्त्र होने के लिए कहा. उसने जब इनकार कर दिया तो दोनों ने उसे अपनी हवस का शिकार बना डाला. वारदात को अंजाम देने के बाद वो वहां से फरार हो गए. पीड़िता अपने बॉयफ्रेंड के साथ किसी तरह से थाने पहुंची. उसकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक, यह वारदात 3 फरवरी की रात करीब 11 बजे हुई थी. उस वक्त पीड़िता अपने प्रेमी के साथ छुट्टियां मनाने आई थी. इसके लिए एक होटल की तलाश कर रही थी. तभी आरोपी उनके पास आए और कहा कि वे किफायती कीमत पर होटल का कमरा बुक करा देंगे. आरोपियों ने पीड़िता और उसके दोस्त को अपनी बाइक पर बैठने के लिए कहा और दावा किया कि होटल बहुत दूर है. जैसे ही वे बाइक पर बैठे, वे दोनों को लेकर एक सुनसान जगह पर ले गए. वहां वारदात को अंजाम दिया.
पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने लूटपाट के बाद पीड़िता से अपने कपड़े उतारने को कहा था. जब उसने इनकार कर दिया, तो वो उसे जंगल में खींचकर ले गए. वहां उसके साथ बलात्कार किया. उसके दोस्त को पेड़ से बांध दिया और तब तक पीटते रहे जब तक वह बेहोश नहीं हो गया. इसके बाद आरोपी मौके से भाग गए. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वारदात के अगले दिन स्थानीय लोगों से मदद से पीड़ित पुलिस स्टेशन पहुंचे. उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने तलाशी अभियान चलाकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376, 379 और 34 के तहत केस दर्ज किया गया है. शिकायत दर्ज होने के चार घंटे के भीतर दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद उनको सोमवार को पूर्वी मिदनापुर जिले के कांथी उप-विभागीय अदालत के सामने पेश किया गया, जहां न्यायाधीश ने टेस्ट आइडेंटिफिकेशन (टीआई) परेड का आदेश दिया. पीड़िता ने अदालत के सामने अपना बयान भी दर्ज कराया. इसके बाद आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया.
पीड़िता के भाई ने कहा, "हम आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग करते हैं. यह पहली बार नहीं होगा जब वेस्ट बंगाल के सबसे व्यस्त पर्यटन स्थल पर इतनी भयानक घटना सामने आई हो. यह मेरी बहन है जिसने आगे आकर पुलिस केस दर्ज कराने का साहस दिखाया. उन्होंने उसे पीटा, जंगल में खींचा और जब उसने उनकी मांगों को पूरा करने से इनकार कर दिया तो उसके साथ बलात्कार किया." इस घटना की राज्य में विपक्ष ने तीखी आलोचना की है. बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि "सिस्टम ध्वस्त हो गया है".