तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार की वारदात सामने आई है. पीड़िता परिजनों के साथ मंदिर दर्शन के लिए गई थी. इसी दौरान उसके साथ इस घटना को अंजाम दिया गया. पीड़िता के परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना शनिवार को जिले के उरकोंडापेटा गांव के पास हुई थी. पीड़ित महिला अपने रिश्तेदारों के साथ मंदिर में दर्शन के लिए गई थी. रास्ते में शौच लगने पर वो मंदिर के पास ही एक सूनसान स्थान पर गई, जहां कुछ अज्ञात लोगों ने उसे जबरन खींच लिया. आरोपी उसे पास में ही स्थित झाड़ियों में लेते गए.
इसके बाद शनिवार और रविवार की रात को उसे अपनी हवस का शिकार बनाया. इस दौरान उसे बचाने गए रिश्तेदारों को आरोपियों ने पेड़ से बांध दिया. उनके साथ जमकर मारपीट की गई. वारदात की अगली सुबह पीड़ित किसी तरह उनकी चंगुल से भागकर थाने पहुंची. उसके बयान और तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया.
बताते चलें कि जनवरी में भी तेलंगाना के मेडक जिले में 30 साल की एक मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला के साथ गैंगरेप की वारदात सामने आई थी. इसका खुलासा चोरी के एक मामले में पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने के दौरान हुआ था. पीड़िता की मां की शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी थी.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि ये घटना 8 जनवरी की रात को चेगुंटा मंडल में हुई. यहां चोरी की एक शिकायत के बाद जांच के तहत पुलिस एक इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही थी. उन्हें कैमरे में कैद एक फुटेज मिली. इसमें तीन लोग सड़क किनारे एक महिला को जबरन ले जाते हुए दिखाई दे रहे थे. पुलिस ने तीनों आरोपियों की पहचान कर ली.
इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया. उनसे जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उन्होंने पीड़िता के साथ सामूहिक बलात्कार की बात स्वीकार कर ली. मानसिक रूप से विक्षिप्त पीड़िता उस इलाके में भटक रही थी. उसे पुलिस ने 'भरोसा' सहायता केंद्र में भेज दिया. पुलिस जांच के दौरान पता चला कि पीड़िता का परिवार निजामाबाद जिले के एक गांव में रहता था.