गुरुग्राम में मंगलवार को आपसी रंजिश में एक युवक की ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई. वारदात की वजह से इलाके में सनसनी फैल गई. पुलिस के मुताबिक मनीष भारद्वाज नाम के युवक की गोलियों से भूनकर हत्या की गई है. फायरिंग के बाद मनीष को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि मनीष भारद्वाज फ़र्ज़ी आर्म्स लाइसेंस केस का मास्टरमाइंड भी था.
दरअसल, पुलिस को दोपहर 2:30 बजे सूचना मिली थी कि बुलेरो में एक युवक गंभीर हालत में पड़ा है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने गंभीर रूप से घयाल मनीष भारद्वाज को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मनीष भारद्वाज 2017 में फ़र्ज़ी आर्म्स लाइसेंस मामले का मास्टरमाइंड था. उस पर सैकड़ों फर्जी आर्म्स लाइसेंस बनाने के आरोप लगे थे. इस मामले में उसे जेल भी भेजा गया था. पुलिस ने बताया कि मनीष भारद्वाज जमानत पर बाहर चल रहा था.
शुरुआती जांच में सामने आया है कि मनीष अपने ड्राइवर और एक अन्य साथी के साथ पटौदी चौक से गुड़गांव गांव की ओर जा रहा था. इसी दौरान पिछली सीट पर बैठे उसके साथी 'सन्नी कांत' ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान दो गोलियां मनीष के सिर में लगीं. गंभीर हालत में मनीष भारद्वाज उर्फ काले भाबरा को गुरुग्राम के आर्यन अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस के सूत्रों की मानें तो शुरुआती जांच में ये सामने आ रहा है कि ये वारदात आपसी रंजिश की वजह से हुई है. हालांकि अभी जांच जारी है. (रिपोर्ट-नीरज)