कोरोना वायरस जैसे-जैसे खतरनाक होता जा रहा है वैसे-वैसे दवाइयों और ऑक्सीजन की लूट खसोट भी बढ़ती जा रही है. तकरीबन देश के हर राज्य से कोरोना वैक्सीन की चोरी और ब्लैक मार्केटिंग की खबर आ रही है. हरियाणा के जींद से एक सराकरी अस्पताल से 1710 कोरोना वैक्सीन चोरी हो गई, तो मध्य प्रदेश के शाजापुर जिला से बुधवार रात रेमडेसिविर के 45 इंजेक्शन लूट लिए गए.
कोरोना के कहर के बीच हरियाणा से एक चोरी की खबर सामने आई है. जींद के सरकारी अस्पताल से चोर कोरोना वैक्सीन की 1710 डोज चोरी कर ले गए. बताया जा रहा है कि 1270 कोविशील्ड और 440 कोवैक्सीन की डोज चुरी हुई हैं.
इस चोरी की जानकारी सुबह अस्पताल के स्टाफ के आने पर हुई. स्टोर का सामान बिखरा पड़ा था और सारे ताले टूटे थे. स्टाफ द्वारा इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई . PPC सेंटर में काम करने वाली शीला देवी ने बताया कि सुबह उनके पास स्वीपर का फोन आया था कि स्टोर के ताले टूटे हुए हैं. इसके बाद तुरंत बाद जब स्टोर में को चेक किया गया तो कोरोना की सारी वैक्सीन गायब थीं. अब जिले के किसी भी कस्बे में कोरोना की वैक्सीन नहीं है.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक चोरों ने पीपीसी सेंटर के मुख्य गेट का ताला तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया. इस घटना के बाद के स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया है. पीपीसी सेंटर के प्रभारी एवं स्वास्थ्य निरीक्षक राममेहर वर्मा ने बताया कि वैक्सीन के साथ चोरों ने जांच संबधित कुछ महत्वपूर्ण फाइलें भी चोरी की हैं. फाइलों के पास कुछ कैश भी पड़ा था चोरों ने पैसों को नहीं चुराया.
वहीं मध्य प्रदेश के दमोह से ऑक्सीजन सिलेंडर का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि शाजापुर जिला अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में बुधवार रात रेमडेसिविर इंजेक्शन की लूटपाट मच गई. 65 इंजेक्शन मरीजों के लिए आए थे पर बीती रात सरकारी अस्पताल से कुछ लोग 45 इंजेक्शन लेकर भाग गए. बताया जा रहा है कि इंजेक्शन वितरण के दौरान मरीजों के परिजनों ने इस लूट को अंजाम दिया.
पुलिस ने मामले में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है, साथ ही कलेक्टर दिनेश जैन ने लापरवाही के चलते 2 डॉक्टर और 3 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है. इस वक्त शाजापुर जिला कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है. हर दिन करीब 200 मरीज कोरोना से संक्रमित होकर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हो रहे हैं.
हाल ही में इंदौर के शैल्बी अस्पताल से 139 रेमडेसिवर इंजेक्शन गायब होने का मामला दर्ज हुआ था. भोपाल के शासकीय हमीदिया अस्पताल से रेमडेसिविर की 863 शीशियां चोरी होने को लेकर हाल ही में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. जानकारी के मुताबिक हमीदिया में चोरी हुई रेमडेसिविर की 70 प्रतिशत शीशियां अस्पताल के कर्मचारियों ने ही बंदरबांट की थी.
(Photo: Reuters)