राजधानी दिल्ली के रंजीत नगर में डॉक्टर गरिमा मिश्रा की हत्या से उनके परिवार के अलावा हॉस्पिटल में जानने -पहचानने वाले लोग हैरान है. बताया जा रहा है कि डॉक्टर गरिमा मिश्रा दो रूम के फ्लैट में किराए पर रहती थीं. एक कमरे में गरीमा तो दूसरे कमरे में डॉक्टर राकेश और चंद्र प्रकाश एक साथ रहते थे.
डॉ. राकेश यादव अपोलो अस्पताल में कार्यरत हैं तो वहीं गरिमा और चंद्र प्रकाश ने एमडी की तैयारी के लिए जनवरी माह में अस्पताल से एक साथ नौकरी छोड़ दी थी. पुलिस को गरीमा की हत्या के पीछे चंद्र प्रकाश का हाथ होने का शक है. पुलिस का कहना है कि डॉक्टर गरिमा मिश्रा के कमरे की जांच की गई तो ऐसे कई सबूत मिले जिसमें हत्या के पहले हाथापाई की बात निकलकर सामने आई.
पुलिस को डॉक्टर गरिमा मिश्रा के कमरे में अस्त-व्यस्त सामान पड़ा मिला. साथ ही सलवटें पड़ी बेड शीट और शरीर पर चोट के कई निशान मिले हैं. इसे देखकर पुलिस को लगता है कि गरिमा ने कातिल से जमकर मुकाबला किया. लेकिन कूलर के शोर के कारण किसी को उनकी आवाज नहीं सुनाई पड़ी.
हत्या के बाद से आरोपी डॉ. चंद्र प्रकाश फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. हत्या की असली वजहों का खुलासा तभी हो पाएगा. हालांकि, पुलिस को शक है कि प्रेम प्रसंग के चलते गरीमा मिश्रा की हत्या हुई हो. पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर एक टीम को बहराइच रवाना कर दिया.
बताया जा रहा है कि डॉक्टर गरीमा मिश्रा की हत्या का खुलासा उस वक्त हुआ जब उनका फोन रिसीव नहीं हुआ. इस बारे में गरिमा की बुआ के बेटे शिवेंद्र ने बताया कि वह शेख सराय में रहता है. उसकी गरीमा से बात हुई तो उसने गोरखपुर जाने के लिए बस का टिकट करने के लिए कहा था.
शिवेंद्र ने मोबाइल से मंगलवार रात 10 बजे का ऑनलाइन टिकट बुक कराया और उसे मोबाइल पर भेज दिया. गरीमा के घर वाले उसके वापस आने का इंतजार कर रहे थे. घर पर सभी खुश थे कि बेटी आ रही है, इसलिए बस में बैठी या नहीं यह पता करने के लिए उन्होंने फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठा.
इसके बाद शिवेंद्र को लगा कि गरीमा बस में बैठ चुकी है तो उसने कंडक्टर को फोन मिलाया. लेकिन कंडक्टर ने बताया कि गरिमा बस में पहुंची ही नहीं. इससे शिवेंद्र और उसके घरवालों को शंका हुई. जब शिवेंद्र घर पहुंचा तो दरवाजा नहीं खुला. अंदर पंखा चल रहा था तो उसे शक हुआ जब उसने रोशनदान से झांककर देखा तो खून से लथपथ गरिमा का शव अंदर फर्श पर पड़ा था.
पुलिस को खबर देने के बाद दरवाजा तोड़ा गया और गरीमा के शव को लेडी हार्डिंग अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.गरिमा के साथ ही रहनेवाले उसके दोस्त राकेश यादव ने बताया कि रात करीब 9 से 9:15 बजे चंद्र प्रकाश बैग लेकर हड़बड़ाहट में निकल गया उसका मोबाइल भी बंद आ रहा है. फिलहाल पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और चंद्र प्रकाश की तलाश की जा रही है.