इसके बाद सब दूध का दूध और पानी का पानी हो गया. दूसरी महिला ने स्वीकार कर लिया कि दोनों महिलाओं ने मिलकर प्लानिंग की और गैंगरेप की फर्जी कहानी बनाई थी. पुलिस की ज्यादा पूछताछ में सामने आया कि महिलाओ ने ऐसे मामलों में सरकार की तरफ से मिलने वाली एक बड़ी सहायता राशि को हड़पने को लिए ये ड्रामा रचा था.
इस सच को जानने के बाद पुलिस ने दोनों महिलाओं के खिलाफ पुलिस को झूठी सूचना देने का मुकदमा दर्ज कर लिया और दोनों को जेल भेजने की कार्यवाही शुरू की.