जब क्राइम तक की टीम ने पवन जल्लाद से पूछा कि फांसी देने के काम में आपको कितने पैसे मिलते हैं, तब पवन ने जवाब दिया, "पहले तो इस काम के पुराने समय के हिसाब से बहुत पैसे मिलते थे. उस समय 100 रुपये मिला करते थे, जो पुराने समय में एक बड़ी रकम होती थी. 2013 तक यह बढ़कर 3 हजार रुपये हो गई थी, लेकिन यह राशि आज के हिसाब से बहुत कम थी. फिर इसके लिए हमने आवाज उठाई. अब फांसी लगाने के 5 हजार रुपये मिलते हैं."