हैदराबाद में फैले कोरोना संक्रमण से बचने के लिए एक प्रवासी मजदूर 20 दिन पहले मध्य प्रदेश के बालाघाट में अपने गांव लौटा था. संक्रमण से तो किसी तरह इस मजदूर ने अपनी जान बचा ली, लेकिन घर आते ही उसके हिस्से नक्सलियों की गोली आई, जिसमें उसकी जान चली गई. नक्सलियों ने युवक को पुलिस का मुखबिर समझ गोली मार दी और पास ही एक ताकीद भरा पर्चा छोड़ गए कि मुखबिरी करने वालों का यही अंजाम होगा.