सूरत की दो बहनों से रेप के मामले में आसाराम बापू के बेटे नारायण साईं को सूरत की सेशंस कोर्ट ने दोषी करार दिया है. अब नारायण साईं की सजा का ऐलान 30 अप्रैल को होगा. बता दें कि नारायण साईं कथा और प्रवचन की आड़ में महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बनाता था.
नारायण साईं के खिलाफ सूरत की जिन दो रेप पीड़िता ने गवाही दी उन्हें भी कथा और प्रवचन के आड़ में नारायण साईं ने अपना शिकार बताया था.
दोनों बहनों ने नारायण साईं पर आरोप लगाया था कि उसने कथा के बहाने कई बार उनके साथ रेप और अप्राकृतिक सेक्स भी किया. यही नहीं, वह उन्हें यह बताने की कोशिश करता था वह लड़कियों से बेहद प्यार करता है इसलिए वह उन्हें लव लेटर्स भी लिखा करता था.
बता दें कि सूरत की दोनों पीड़ित बहनें आसाराम के आश्रम में साधक बनकर रह रही थीं. उन्होंने बताया कि आसाराम और उसके बेटे नारायण साईं के सामने उनकी पत्नियां ही उन्हें ले जाती थी.
इसके बाद नारायण साईं उन्हें हवस का शिकार बनाता था. रेप पीड़िताओं का आरोप है कि नारायण साईं ने कई जगहों पर उसके साथ दुष्कर्म और शारीरिक शोषण किया.
मालूम हो कि नारायण साईं अक्सर ऐसा कई लड़कियों के साथ करता था. उसने कई लड़कियों से जिस्मानी रिश्ते बनाए थे. जब लड़कियों ने उसके खिलाफ रेप की शिकायत की थी तो नारायण साईं कहता था कि वह तो उससे प्यार करता था.
रेप के आरोप लगने के बाद तथाकथित संत की पोल खुलने लगी तो धाकड़ पुलिसवाले भी हैरत में थे. क्योंकि नारायण साईं ने अपनी पत्नी के अलावा भी कई लड़कियों से शारीरिक संबंध बनाए थे.
नारायाण साईं वैसे तो अपने बयान हर बार बदलता रहा. वह पुलिस को यह कहकर गुमराह करता रहा कि उसकी शादी नहीं हुई है. ना तो उसकी पत्नी है और ना ही बच्चे. लेकिन उसकी शादी की कई तस्वीरें भी सामने आई थी. जिसके बाद उसकी पोल खुली थी.
यह भी कहा जाता है कि नारायण साईं को लड़कियों से 'स्वीटहार्ट' गॉड कहलवाना भी पसंद था. इसलिए वह अक्सर लड़कियों को अपने आसपास रखता था.
बता दें कि रेप के अलावा नारायण साईं पर जेल में रहते हुए पुलिस कर्मचारी को रिश्वत देने का भी आरोप लगा था. हालांकि, इस मामले में उसे जमानत मिल चुकी है.