23 साल का आरोपी अफान अभी भी अस्पताल में भर्ती है. पुलिस के अनुसार, मजिस्ट्रेट अस्पताल पहुंचकर आगे की प्रक्रिया पूरी करेंगे. पुलिस को इस सनसनीखेज वारदात पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.
19 फरवरी की सुबह उस घर का मंज़र बिल्कुल बदला हुआ था. घर के बाहर एंबुलेंस खड़ी थी. और उस घर से एक-एक कर तीन लाशें निकाली गईं. ये लाशें रोमी, सुदेश्ना और उनकी 14 साल की बेटी की थीं.
पीड़िता महिला होमगार्ड और आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर जिले के एक ही थाने में तैनात थे. जब अवैध संबंध का यह मामला पुलिस के आलाअधिकारियों तक पहुंचा. तब आरोपी के खिलाफ एक्शन लिया गया. आरोपी इंस्पेक्टर ने महिला होमगार्ड को धोखा दिया.
पुलिस ने भिवंडी में वरहलदेवी तालाब के पास खदान में लाश मिलने के बाद आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है, जबकि बच्चे के परिवार ने दावा किया कि उसके सिर पर चोट के निशान थे और उसके मुंह से झाग निकल रहा था.
मसूदा के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) सज्जन सिंह ने बताया कि मंगलवार को मसूदा शहर और आसपास के इलाकों में बाजार बंद रहे. अब तक एक वार्ड पार्षद समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और तीन नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
जयपुर के पुलिस उपायुक्त (पूर्व) तेजस्विनी गौतम ने पीटीआई को बताया कि सात साल की लड़की सोमवार को अचानक लापता हो गई थी. घरवालों ने पहले खुद उसकी तलाश की और फिर पुलिस को शिकायत दर्ज कराई. तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की.
चराथावल थाने के प्रभारी निरीक्षक राजेश धनवत ने बताया कि घटना 21 फरवरी की शाम को हुई, जब छात्रा कॉलेज से घर लौट रही थी और आरोपी हिमांशु ने उसे अपनी मोटरसाइकिल पर लिफ्ट दी थी. इसी के बाद उसने वारदात को अंजाम दिया.
पुलिस के अनुसार, रविवार रात को सुनील एन.एस. उर्फ 'पल्सर' सुनी रायमंगलम के होटल में मौजूद था. वहां भोजन सेवा में देरी होने पर सुनी अचानक भड़क गया. उसने होटल के कर्मचारियों को गाली दी, जान से मारने की धमकी दी और फर्श पर फेंककर गिलास तोड़ दिया.
कस्टम विभाग के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि 20 वर्षीय महिला यात्री 21 फरवरी को बैंकॉक से भारत आई थी. जिसे शक होने पर डिटेन किया गया. सीमा शुल्क विभाग ने एक बयान में कहा कि उस लड़की के पास एक काले रंग का ट्रॉली बैग था.
एनआईए की जांच के अनुसार खालिस्तान टाइगर फोर्स का सदस्य अर्श डाला भारत में एक आतंकी-गैंगस्टर सिंडिकेट को फंडिंग कर रहा था, जिसमें ये दोनों आरोपी भी शामिल थे. जांच में पता चला है कि ये आरोपी लगातार अर्श डाला और बंबीहा गैंग के अन्य सदस्यों के संपर्क में थे.
कोर्ट के मुताबिक, इस मामले में अप्रैल 2017 में आईपीसी की धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध) और 506 (आपराधिक धमकी) और पोक्सो अधिनियम की धारा 6 (गंभीर यौन उत्पीड़न) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी.
ये दोनों वारदात पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों की हैं. पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अभिषेक धानिया ने एक बयान में कहा कि पहले मामले में घटना को दुर्घटना बताया गया था. छानबीन करने पर बाद में पता चला कि यह हत्या का मामला है.
लुधियाना में एक व्यवसायी ने अपनी पत्नी की हत्या की साजिश रची. रिसॉर्ट में डिनर और डांस का नाटक करके वीडियो बनाया. वापसी पर सुपारी किलरों ने पत्नी की हत्या कर दी. पति ने खुद को बचाने के लिए धरना दिया. पुलिस जांच में पति का झूठ पकड़ा गया. गर्लफ्रेंड से शादी करने के लिए पत्नी को रास्ते से हटाना चाहता था. पुलिस ने पति को गिरफ्तार कर लिया.
भरुच के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) सीके पटेल ने बताया कि आरोपी और एक अन्य व्यक्ति ने चार दिन पहले कथित तौर पर घर में घुसकर 2.74 लाख रुपये से अधिक मूल्य के सोने और चांदी के सामान चुरा लिए.
उत्तर प्रदेश की जेल प्रशासन ने राज्य की 75 जेलों में कैदियों को महाकुंभ में भाग लेने का अवसर देने के लिए प्रयागराज के संगम से पवित्र जल लाने की व्यवस्था की है.
ऊना के पुलिस कप्तान ने बताया कि इस वारदात के दौरान महिला की पहचान छिपाने के लिए उसके चेहरे को जानबूझकर विकृत करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. लाश के पास महिला के कपड़े या अन्य सामान भी बरामद नहीं हुआ है.
वो सिर्फ चार साल की बच्ची है. इस उम्र में अक्सर बच्चे कागज, कलम या पेसिंल उठाकर कुछ आड़ी-तिरछी तस्वीरें बनाते हैं. लेकिन उस बच्ची ने एक कागज पर जो तस्वीर उकेरी है, शायद ही इससे पहले कभी इसकी उम्र के किसी बच्चे ने ऐसी तस्वीर बनाई हो.
बता दें कि मासजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख को 9 दिसंबर, 2024 को अपहरण कर प्रताड़ित किया गया और उनकी हत्या कर दी गई. दरअसल, संतोष देशमुख बीड जिले में एक ऊर्जा फर्म को निशाना बनाकर जबरन वसूली की कोशिश को रोकने में लगे थे.
मोहम्मद शोएब खान ISIS औरंगाबाद मॉड्यूल से जुड़ा हुआ है. एनआईए ने साल 2024 में मोहम्मद शोएब खान के भाई को गिरफ्तार किया था. उसी वक्त आईएसआईएस के औरंगाबाद मॉड्यूल का खुलासा हुआ था.
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने कहा कि सीबीआई बिना किसी पूर्व सूचना के उनके घर की तलाशी लेने आई और उनकी आठ सदस्यीय टीम में एक भी महिला अधिकारी शामिल नहीं है. पुरुष अधिकारियों ने मेरे घर की तलाशी ली, जबकि घर में उनकी पत्नी अकेली महिला थी.
सूत्रों ने बताया कि कुछ राजनेताओं, इलेक्ट्रॉनिक डीलरों, ऑटोमोटिव डीलरों और सहकारी बैंकों तथा एक उर्वरक निर्माण कंपनी की भूमिका संघीय जांच एजेंसी की जांच के दायरे में है. एजेंसी को शक है कि धोखाधड़ी गिरोह के हिस्से के रूप में जमाकर्ताओं से कम से कम 450 करोड़ रुपये लिए गए थे.