'फिर हेराफेरी' मूवी में पैसा डबल होने वाली स्कीम के फ्रॉड से तो आप सब वाकिफ होंगे. लेकिन जब ये ऐसा फ्रॉड असलियत में तो सबके छक्के छूट जाते है. ऐसा ही एक किस्सा मध्य प्रदेश के बेतूल में हुआ जहां एक कम्पनी पैसा डबल करने का झांसा देकर लोगों से करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गई. इस फ्रॉड कम्पनी का नाम एजीएम है और इस मामले में अभी एक महिला समेत चार लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, पुलिस को बाकी की तलाश है. (बेतूल से राजेश भाटिया की रिपोर्ट)
इस कंपनी में एक निवेशक रजनी वर्मा का कहना है कि एजीएम कम्पनी ने दो-तीन बार नाम भी बदले हैं. ये हम लोगों को चेक देते थे उसी के आधार पर हम पैसा जमा करते थे लेकिन जब समय पूरा हुआ हमने चेक बैंक में डाला तो वह बाउंस हो गया.
ये लोग एलईडी स्क्रीन के विज्ञापन धंधे में इन्वेस्टर बताकर लोगों को ठगते थे. म्यूच्यूअल बेनिफिट में निवेश करने पर चन्द माह में पैसा डबल होने का लालच देते थे.
कंपनी LED स्क्रीन के माध्यम से विज्ञापन क्षेत्र में काम करती है. 15 लाख राशि के मूल निवेश पर सालाना 84 लाख का मुनाफा कंपनी कमाती है. पुलिस ने कंपनी व आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 409,120बी, 34 लगाकर मामला दर्ज कर लिया है. रविंद्रलाल, प्रशांत प्रधान, प्रवीण, पूजा धाकड़ को गिरफ्त में ले लिया है.