हरियाणा के बरवाला से विधायक रहे रेलूराम पूनियां समेत 8 लोगों की हत्या के मामले में दामाद संजीव को एसटीएफ यूनिट ने मेरठ से गिरफ्तार कर लिया. संजीव के ऊपर पुलिस ने 1 लाख रुपये का इनाम रखा था. (यमुनानगर से आशीष शर्मा की रिपोर्ट)
मामला 23 अगस्त 2001 का है जब पूर्व विधायक रेलूराम सहित परिवार के 8 लोगों की हत्या उनकी बेटी सोनिया और दामाद ने मिलकर कर दी. दरअसल, उस दिन पूर्व विधायक के लिटानी फार्म हाउस पर पारिवारिक गेट-टूगेदर था. पार्टी के बाद जब सभी खाना खाकर सो गए तो सोनिया ने किसी हथियार से अपने विधायक पापा, मां, भाई- भाभी, बहन, भतीजे और 2 भतीजियों की हत्या कर दी. जांच में पता चला कि हत्या से पहले उन्हें खीर में नशीला पदार्थ मिलाकर खिलाया गया.
पुलिस ने सोनिया और संजीव को गिरफ्तार कर लिया. अदालत ने दोनों को मई 2004 में दोषी मानते हुए फांसी की सजा सुना दी. इसके बाद 12 अप्रैल 2005 को हाई कोर्ट ने सजा का रूप बदलकर उम्र कैद कर दिया लेकिन 15 फरवरी 2007 को सुप्रीम कोर्ट ने जिला अदालत के फैसले को बरकरार रखते हुए दोनों को फांसी की सजा सुनाई. फिर 23 अगस्त 2007 को सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन लगाई जो खारिज हो गई. इस सबके बाद में 26 नवम्बर 2007 को फांसी देने की तारीख तय हुई. इसके बाद संजीव के परिवार वालों ने राष्ट्रपति से अपील की, जिसे खारिज कर दिया.
इसके बाद 2018 में संजीव फर्जी दस्तावेज के आधार पर जेल से 28 दिन की परोल लेकर बाहर आया लेकिन समय पूरा होने के बाद वो जेल नहीं पहुंचा तो जून 2018 में बिलासपुर पुलिस ने कुरुक्षेत्र जेल अधिकारी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की जिसे बाद में यमुना नगर पुलिस ने केस एसटीएफ को ट्रांसफर कर दिया.