2008 के अहमदाबाद सीरियल धमाके पर फैसला आ गया है. विशेष अदालत ने 38 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है, जबकि 11 को उम्र कैद दी गई. सीरियल ब्लास्ट मामले में कोर्ट ने 49 अभियुक्तों को दोषी माना था. अहमदाबाद में 26 जुलाई 2008 को ये सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे और 70 मिनट के अंदर 56 लोगों की मौत हो गई थी.
इन बम धमाकों में 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे. अदालत में 13 साल से भी ज्यादा समय तक मामला चला. पिछले सप्ताह 49 लोगों को दोषी ठहराया गया था और 28 अन्य को स्पेशल कोर्ट ने बरी कर दिया था. आइए जानते हैं अहमदाबाद सीरियल धमाके के पीछे की पूरी कहानी-
बम प्लांट करने गए थे 12 आतंकी
साल 2008 में अहमदाबाद में बम प्लांट करने के लिए दिल्ली से इंडियन मुजाहिद्दीन के 12 आतंकी गए थे. जुलाई 2008 को राजधानी से अहमदाबाद में बम प्लांट करने के लिए दिल्ली से इंडियन मुजाहिद्दीन के कुल 12 आतंकी गए थे. 22 जुलाई को तीन आतंकी गए थे, जिसमें आतिम अमीन, मोहम्मद साजिद और मोहम्मद सैफ शामिल था.
22 और 25 जुलाई को पहुंचे थे आतंकी
इसमें से आतिम अमीन और मोहम्मद साजिद को पुलिस ने बटला हाउस एनकाउंटर के दौरान ढेर कर दिया था. 22 जुलाई के बाद 25 जुलाई 2008 को 9 आतंकी, जिसमें मोहम्मद शकील, जिया उर रहमान, जीशान अहमद, सलमान, आरिफ, सैफुर रहमान, आरिज खान, मिर्जा शादाब बेग और मोहम्मद खालिद शामिल था.
26 जुलाई की शाम लौट आए थे आतंकी
ये सभी आतंकी अहमदाबाद गए थे. 26 जुलाई 2008 को अहमदाबाद में बम प्लांट किया और 26 जुलाई शाम को ट्रेन पकड़ कर वापस दिल्ली आ गए थे. 26 जुलाई को ही 70 मिनट के अंदर सिलसिलेवार 21 ब्लास्ट हुए थे, जिसमें 56 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद एक-एक करके सभी आतंकी पकड़े जाने शुरू हुए.
70 मिनट में 21 धमाके, 56 लोगों की मौत
26 जुलाई 2008 को अहमदाबाद में शाम 6 बजकर 45 मिनट पर पहला बम धमाका हुआ था. ये धमाका मणिनगर में हुआ था. मणिनगर उस समय के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का विधानसभा क्षेत्र था. इसके बाद 70 मिनट तक 20 और बम धमाके हुए थे. इन धमाकों में 56 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
IM और SIMI से जुड़े थे आतंकी
आतंकियों ने टिफिन में बम रखकर उसे साइकिल पर रख दिया था. भीड़ भाड़ और बाजार वाली जगहों पर ये धमाके हुए थे. इन धमाकों में इंडियन मुजाहिदीन (IM) और स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) से जुड़े आतंकी शामिल थे. धमाकों से 5 मिनट पहले आतंकियों ने न्यूज एजेंसियों को एक मेल भी किया था.
77 आरोपियों में से 49 दोषी करार
अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में 78 आरोपी थे. एक आरोपी बाद में सरकारी गवाह बन गया था. इस कारण कुल 77 आरोपी बन गए थे. 13 साल तक चली सुनवाई के दौरान 1,163 गवाहों के बयान दर्ज किए गए थे. पुलिस और कानूनी एजेंसियों ने 6 हजार से ज्यादा सबूत पेश किए थे. 8 फरवरी को स्पेशल कोर्ट ने 49 आरोपियों को को दोषी करार दिया था.