अमरावती हत्याकांड में NIA ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. एक शख्स तो वो रहा जिसने मुख्य आरोपी इरफान को पनाह देने का काम किया. अभी दोनों ही आरोपियों को 7 अगस्त तक के लिए ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया गया है. गिरफ्तार हुए दोनों आरोपी में एक नमोना मस्जिद का मौलाना है जबकि दूसरा मुख्य आरोपी इरफ़ान का ड्राइवर है. अभी तक इस मामले में कुल 9 गिरफ्तारी हो चुकी है.
कैसे रची गई थी साजिश?
इस मामले की बात करें तो दवा व्यापारी उमेश कोल्हे की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. उसका गुनाह सिर्फ इतना था कि उसने नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट शेयर किया था. उस पोस्ट के बाद ही आरोपी यूसुफ खान ने उमेश कोल्हे की हत्या की साजिश रची और बाकी आरोपियों के साथ मिलकर इसे अंजाम दिया. असल में उमेश कोल्हे ने Black Freedom नाम से बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप पर नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट डाली थी. इसके बाद यूसुफ खान ने इसे Rahbariya नाम से बने व्हाट्सएप ग्रुप के अलावा अन्य ग्रुप्स और पर्सनल चैट पर वायरल किया. तभी यूसुफ खान समेत सभी आरोपियों ने उमेश कोल्हे की हत्या की साजिश रची.
पुलिस ने क्या किया?
इस मामले में पुलिस कार्रवाई पर भी कई तरह के सवाल उठे. सांसद नवनीत राणा ने तो आरोप लगा दिया था कि पुलिस ने पहले इस मामले को दबाने की कोशिश की थी. लेकिन अब इस मामले की जांच में तेजी आई है और रोज नए खुलासे हो रहे हैं. अब दूसरों के साथ ऐसी वारदात ना हो, इसलिए पुलिस ने खुद आके आकर सभी से अपील की है कि वे शिकायत दर्ज करवाएं अगर कोई उन्हें इस तरह से धमकी दे रहा है, अगर कोई उन्हें जान से मारने की बात कर रहा है. पुलिस ने बकायदा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं.