अंडमान के पूर्व चीफ सेक्रेटरी जितेंद्र नारायण को गिरफ्तार कर लिया गया है.उन पर लड़की के साथ गैंगरेप करने के आरोप लगे हैं. आज गुरुवार को उन्हें पूछताछ के लिए भी बुलाया गया था और अब गिरफ्तारी हो गई है. उनकी जमानत याचिका को तो पहले ही खारिज कर दिया गया था, ऐसे में गिरफ्तारी की तलवार उन पर लटकी हुई थी.
जानकारी के लिए बता दें कि गुरुवार को सवाल-जवाब के लिए जितेंद्र नारायण को पोर्ट ब्लेर बुलाया गया था. जांच में सहयोग करते हुए वे पूछताछ के लिए पहुंचे भी थे. उनसे कई तरह के सवाल-जवाब किए गए और फिर सबूतों के आधार पर उनकी गिरफ्तारी हो गई. अभी तक जितेंद्र नारायण या फिर उनकी लीगल टीम की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.
क्या है ये पूरा मामला?
गौरतलब है कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 21 वर्षीय महिला ने आरोप लगाया है कि उसे सरकारी नौकरी का वादा करके मुख्य सचिव के आवास पर ले जाया गया और फिर वहां नारायण सहित शीर्ष अधिकारियों द्वारा बलात्कार किया गया. पीड़िता ने श्रम आयुक्त आर एल ऋषि, एक पुलिस इंस्पेक्टर और एक होटल मालिक पर भी रेप का आरोप लगाया था, जिसके बाद एक एसआईटी का गठन किया गया था. इस मामले में गत एक अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की गई थी. बाद में SIT का गठन हुआ और जांच आगे बढ़ी.
SIT जांच ने खोली पोल
इस मामले में SIT को अपनी जांच के दौरान अंडमान के पूर्व चीफ सेक्रेटरी जितेंद्र नारायण के खिलाफ कई सबूत मिले हैं. यहां तक दावा हुआ है कि उनके आवास पर 20 से ज्यादा महिलाओं को लाया गया था. अधिकारियों के मुताबिक, कुछ का यौन शोषण भी हुआ था. अब उस मामले में जितेंद्र नारायण की गिरफ्तारी ने काफी कुछ साफ कर दिया है. जितेंद्र की तरफ से आगे क्या कदम उठाए जाते हैं, इस पर सभी की नजर रहेगी.