आंध्र प्रदेश में एक डाक घर के वरिष्ठ अधीक्षक को सीबीआई टीम ने 2.5 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. सीबीआई के अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि आरोपी वरिष्ठ अधीक्षक अपने सहकर्मी से निलंबन रद्द करने के लिए ये रिश्वत ले रहा था.
यह मामला आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले का है. जहां भीमावरम डिवीजन के वरिष्ठ अधीक्षक पी. बालासुब्रमण्यम ने 30 नवंबर को एक आपराधिक मामले का सामना कर रहे अपने कर्मचारी को निलंबित कर दिया था. इसके बाद से वो कर्मचारी काफी परेशान चल रहा था. वो किसी भी हाल में अपना निलंबन निरस्त कराना चाहता था.
पीटीआई के मुताबिक, सीबीआई के प्रवक्ता ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताचा कि आरोपी बालासुब्रमण्यम ने शुरू में शिकायतकर्ता से उसका निलंबन रद्द करने के लिए 10 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी. लेकिन कई दौर की बातचीत के बाद आरोपी ने रिश्वत की राशि घटाकर 2.5 लाख रुपये कर दी थी. इसकी सूचना सीबीआई की मिली तो टीम अलर्ट हो गई.
इस मामले का सत्यापन करने के बाद, सीबीआई टीम ने जाल बिछाया और बालासुब्रमण्यम को 2.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया. सीबीआई के एक अफसर ने बताया कि आरोपी डाक अधिकारी के आवासीय और कार्यालय परिसर में तलाशी ली गई, इस दौरान उसके ठिकाने और दफ्तर से कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं. अब मामले की जांच की जा रही है.