हरियाणा में सीनियर पुलिस अधिकारियों के बीच जारी विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य के पुलिस महानिदेशक मनोज यादव एक बार फिर विवादों में आ गए हैं. उनके खिलाफ आईजी वाई पूर्ण कुमार ने अंबाला के मौजूदा एसपी से लिखित शिकायत की है. उन्होंने पुलिस महानिदेशक मनोज यादव के खिलाफ दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
मौजूदा आईजी पूर्ण कुमार ने अपनी शिकायत में कहा है कि वे 3 अगस्त 2020 को सार्वजनिक अवकाश के दिन शहजादपुर थाने में बने मंदिर में गए थे. उसी दिन तत्कालीन एसपी अभिषेक जोरवाल भी मंदिर में गए थे.
यह खबर 4 अगस्त के समाचार पत्रों में प्रकाशित भी हुई थी. इसके बाद 17 अगस्त को पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने पत्र जारी कर पूछा कि क्या थाने में मंदिर स्थापित करने से पहले सरकार से अनुमति ली गई थी? हालांकि अभिषेक जोरवाल से इस बारे में नहीं पूछा गया जो उस समय अंबाला के एसपी थे.
आईजी पूर्ण कुमार ने कहा कि इस मामले में उन्हें प्रताड़ित किया गया है. आईजी ने शिकायत में कहा कि उन्होंने 29 जनवरी 2021 को डीजी और एसपी अंबाला को बताया कि शहजादपुर ट्रैफिक थाने में मंदिर 2011 से है. यह उनकी अंबाला तैनाती से पहले का है. आईजी ने शिकायत में सवाल किया है कि सार्वजनिक छुट्टी के दिन उनके मंदिर जाने पर क्या आपत्ति है, जहां आम जनता पूजा करती है.
कानूनी राय के बाद होगा फैसला
यह मामला पुलिस के महानिदेशक और हरियाणा पुलिस के सबसे बड़े अधिकारी मनोज यादव के साथ जुड़ा हुआ है तो शिकायतकर्ता भी हरियाणा में पुलिस के मौजूदा आईजी हैं. लिहाजा अंबाला के एसपी हामिद अख्तर की परेशानियां भी बढ़ गई हैं. न तो वे इस शिकायत को दरकिनार कर सकते हैं और न ही जल्दबाज़ी में मामला दर्ज कर सकते हैं.
विवादित होने की वजह से उन्होंने इस पूरे मामले को लीगल सेल में कानूनी राय लेने के लिए भेज दिया है. अगर लीगल सेल अप्रूव करेगी तो इस मामले में डीजीपी महोदय के खिलाफ मामला दर्ज किया जा सकता है.
यह भी पढ़ें-
हरियाणा में ब्लैक फंगस से 14 की मौत, 226 मामले, पंजाब में भी बढ़े केस
हरियाणा: गुरमीत राम रहीम ने लगाई पैरोल की अर्जी, गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी ने किया विरोध