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कार में छुपाकर लाई जा रही थी 30 करोड़ की ड्रग्स, पुलिस ने ऐसे किया बरामद, तस्कर भी गिरफ्तार

कछार में बदरपुर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत जलालपुर इलाके में मादक पदार्थ विरोधी अभियान चलाया गया. उसी अभियान के तहत पुलिस इलाके में आने-जाने वाले वाहनों की निगरानी कर रही थी. तभी पुलिस ने एक वाहन को रोका और उसकी तलाशी ली. पुलिस ने पाया कि वाहन के भीतर एक गुप्त जगह बनाई गई थी.

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पुलिस ने ड्रग्स के साथ तस्करों को भी पकड़ लिया है (सांकेतिक फोटो- Meta AI)
पुलिस ने ड्रग्स के साथ तस्करों को भी पकड़ लिया है (सांकेतिक फोटो- Meta AI)

असम में नशे के कारोबार पर लगाम लगाने की कवायद जारी है. जिसके चलते राज्य के कछार जिले में बड़ी मात्रा में ड्रग्स की खेप बरामद की गई है. जिसमें याबा गोलियां शामिल हैं. बरामद की गई इस ड्रग्स की कीमत करीब 30 करोड़ रुपये है. नशे की खेप लेकर जा रहे तीन तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अब तीनों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने इसे बड़ी बरामदगी बताया है. 

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करीमगंज के पुलिस अधीक्षक पार्थ प्रोतिम दास ने इस बरामदगी के बारे में जानकारी देते हुए पीटीआई को बताया कि नशीली खेप के बारे में पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली थी. सूचना की पुष्टि किए जाने के बाद पुलिस ने बकायदा योजना बनाई. और रविवार की रात को बदरपुर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत जलालपुर इलाके में मादक पदार्थ विरोधी अभियान चलाया गया.

पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, इसी अभियान के तहत पुलिस इलाके में आने-जाने वाले वाहनों की निगरानी कर रही थी. इसी दौरान पुलिस टीम ने एक वाहन को रोका और उसकी तलाशी ली. पुलिस टीम ने पाया कि वाहन के भीतर एक गुप्त जगह बनाई गई थी. जिसे खोले जाने पर 1,00,000 याबा गोलियां बरामद की गईं. एसपी ने बताया कि नशे की ये खेप मिजोरम से लाई जा रही थी.

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पुलिस अधीक्षक पार्थ प्रोतिम दास ने आगे बताया कि पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जो कछार के कटिगोराह पुलिस स्टेशन क्षेत्र के रहने वाले हैं. उन्होंने कहा कि बाजार मूल्य के अनुसार, जब्त की गई दवा की कीमत करीब 30 करोड़ रुपये आंकी गई है.

आपको बता दें कि याबा या थाई में 'क्रेजी मेडिसिन' मेथैम्फेटामाइन (एक शक्तिशाली और नशे की लत उत्तेजक) और कैफीन के मिश्रण का एक टैबलेट रूप है.

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