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प्रकाश सिंह बादल से SIT की पूछताछ के दौरान हाई वोल्टेज ड्रामा... ये है वजह

प्रकाश सिंह बादल ने जनवरी 2021 में रिटायर हो चुके विजय सिंगला की मौजूदगी को लेकर सवाल खड़े कर दिए. वह फिलहाल सरकार में किसी पद पर नहीं हैं. जानकारी मिली है कि SIT की पूछताछ के दौरान विजय सिंगला ने भी उनसे पूछताछ की थी. जिसके बाद वो भड़क गए. 

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प्रकाश सिंह बादल से SIT की पूछताछ (फाइल फोटो)
प्रकाश सिंह बादल से SIT की पूछताछ (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • प्रकाश सिंह बादल से SIT ने की पूछताछ
  • प्रकाश सिंह बादल ने जताया ऐतराज
  • गैर SIT सदस्य के सवाल पूछने पर बवाल

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से SIT (स्पेशल इन्वेस्टिंग टीम) की पूछताछ चल रही है. हालांकि मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री SIT के साथ रिटायर्ड अधिकारी को देखकर भड़क गए. सूत्रों के मुताबिक SIT की दो सदस्य टीम में SIT हेड ADGP एलके यादव के साथ लुधियाना के पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल पहुंचे थे. ये दोनों प्रकाश सिंह बादल से पूछताछ कर रहे थे. लेकिन पंजाब सरकार के स्टेट डायरेक्टर (प्रॉसिक्यूशन) विजय सिंगला की मौजूदगी को लेकर उन्होंने सवाल खड़े कर दिए. 

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प्रकाश सिंह बादल ने जनवरी 2021 में रिटायर हो चुके विजय सिंगला की मौजूदगी को लेकर सवाल खड़े कर दिए. वह फिलहाल सरकार में किसी पद पर नहीं हैं. जानकारी मिली है कि SIT की पूछताछ के दौरान विजय सिंगला ने भी उनसे पूछताछ की थी. जिसके बाद वो भड़क गए. 

डायरेक्टर (प्रॉसिक्यूशन) ने प्रकाश सिंह बादल से एक ही सवाल किया था लेकिन उसके बाद बादल के ऑब्जेक्शन को देखते हुए उन्होंने पूरी 2 घंटे की पूछताछ के दौरान चुप्पी साधे रखी.

पंजाब के बहुचर्चित कोटकपूरा गोलीकांड मामले में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल मंगलवार को SIT के सामने पेश हुए थे. दरअसल अक्टूबर 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के बाद प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर कोटकपूरा में गोलियां चलाई गई थीं. उस वक्त प्रकाश सिंह बादल पंजाब के मुख्यमंत्री थे. इस मामले में SIT ये पता लगा रही है कि गोली किसके आदेश पर चलाई गई थी.

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क्या है मामला? 
गौरतलब है कि साल 2015 के अक्टूबर महीने में फरीदकोट में गुरुग्रंथ साहिब के पन्ने बिखरे पाए गए थे. यह स्थिति जब लोगों को पता चली तो सिखों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. यह विरोध प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि कोटकपुरा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की. पुलिस फायरिंग के दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी, वहीं कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. 

अब SIT यह जानने की कोशिशों में जुटी है कि क्या पुलिस कर्मियों ने सेल्फ डिफेंस में गोली चलाई थी या भारी राजनीतिक दबाव की वजह से उन्हें गोली चलाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
 

 

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