बिहार के पूर्वी चंपारण उत्पाद अधीक्षक सौरभ सुमन यादव के नेतृत्व में होली के मद्देनजर विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी को लेकर आज पिपरा कोठी थाना क्षेत्र के हथियाही गांव में मक्के के खेत में छापेमारी की गई. इसमें अवैध शराब फैक्ट्री (fake liquor factory) का भंडाफोड़ किया गया. वहीं सदर अनुमंडल पदाधिकारी सह मद्यनिषेध अधीक्षक सौरभ सुमन यादव ने बताया कि हथियाही गांव में अवैध शराब फैक्ट्री के संचालन की सूचना मिली थी. इसके बाद टीम ने छापा मारा.
इस कार्रवाई में उत्पाद इंस्पेक्टर रवींद्र कुमार सिंह, इंस्पेक्टर अंकेश राज गौड़ के साथ दरोगा मनीष सर्राफ, कुंज बिहारी प्रसाद शामिल रहे. कार्रवाई में खतरनाक स्प्रिट और सीलिंग मशीन के साथ अलग-अलग ब्रांडों के देशी शीशी, सीलिंग मशीन, विंडीज लाइम व ब्लू लाइम का नकली रैपर, QR कोड, दो बोतल कैरेमल, नकली ढक्कन, खाली शीशियां बरामद की गईं हैं.
उन्होंने कहा कि कार्रवाई का यह अभियान सख्ती के साथ आगे भी चलता रहेगा. इस दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में बोतलें, ढक्कन, हरियाणा निर्मित रैपर, फर्जी QR कोड व भारी मात्रा में खतरनाक स्प्रिट और शराब बनाने के उपकरण सहित सैकड़ों तैयार की हुई डुप्लीकेट विदेशी बोतलें जब्त की हैं.
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बता दें कि शराबबंदी वाले बिहार में अवैध शराब के अड्डों को ढूंढ़ने के लिए राज्य सरकार नए-नए तरीके तलाश रही रही है. वहीं शराब माफिया भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. यहां पहले पुलिस का उड़नदस्ता था, फिर ड्रोन से सर्वे करके अवैध शराब कारोबारियों को पकड़ने का सिलसिला चला. अब सरकार ने ब्रिटेन-अमेरिका की तर्ज पर अपराधियों को तलाशने के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल शुरू किया है. जिससे अवैध शराब कारोबारियों पर नकेल कसी जा सके. मद्य निषेध व उत्पाद विभाग के अधिकारी पूर्वी चम्पारण में हेलिकॉप्टर से लेकर पैदल तक शराब कारोबारियों को धर दबोच रहे हैं, फिर भी शराब माफिया लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं.