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थानेदार ने कहा- 50 हजार दो, नहीं तो झूठे केस में फंसा देंगे, महिला ने रिकॉर्ड कर लिया ऑडियो

कुसुम देवी ने बताया कि कुछ दिन पहले गांव में देसी शराब बरामद हुई थी. जिसमें उनके पति को पुलिसकर्मी जानबूझकर आरोपी बना रहे थे. इसी के नाम पर वो उनसे 50 हजार रुपये की मांग कर रहे थे.

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आरोपी थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया गया है
आरोपी थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया गया है
स्टोरी हाइलाइट्स
  • गांव में पकड़ी गई थी अवैश देसी शराब
  • झूठे केस में नाम फंसाने की धमकी दे रहे थे पुलिसवाले
  • महिला ने थानेदार से बातचीत का ऑडियो किया वायरल

बिहार के रोहतास जिले में नौहट्टा के थानेदार ने फोन कर एक महिला के पति को शराब के केस में फंसाने की धमकी दी और पचास हजार रुपये की मांग की. महिला ने थानाध्यक्ष की बातों को मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया और फिर जाकर जिले के एसपी आशीष भारती से शिकायत कर दी.

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क्या है पूरा मामला
मामला नौहट्टा थाना क्षेत्र के बौलिया गांव से जुड़ा हुआ है. जहां के निवासी रवि चौधरी की पत्नी कुसुम देवी ने, थानाकर्मियों पर पैसे नहीं देने पर शराब के केस में फंसा देने की धमकी देने का आरोप लगाया है. कुसुम देवी का आरोप है कि थानाध्यक्ष ने उन्हें फोन कर कहा कि तुम्हारे पति के पास से शराब मिला है. यदि तुम शराब केस से बचना चाहती हो, तो पचास हजार रुपये जमा करो. कुसुम देवी का कहना है कि जिस वक्त ये घटना हुई, उस वक्त उनके पति मिल में चूड़ा कुटवाने गए थे. कुसुम देवी ने बताया कि कुछ दिन पहले गांव में देसी शराब बरामद हुई थी. जिसमें उनके पति को पुलिसकर्मी जानबूझकर आरोपी बना रहे थे. 

थानाध्यक्ष पर गंभीर आरोप
आरोप है कि थानाध्यक्ष अपने चौकीदार और दलबदल के साथ कुसुम देवी के घर पहुंचे थे. उसके बाद उन्होंने कुसुम देवी के पति को धमकी दी थी. बात नहीं बनने के बाद थानाध्यक्ष ने चौकीदार के साथ मिलकर फोन किया और सौदेबाजी करने लगे. महिला ने पूरी बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया. जब ऑडियो वायरल हुआ और एसपी के पास पहुंचा, तब मामले में एसपी ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की. 

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एसपी आशीष भारती ने की जांच
महिला की ओर से लिखित शिकायत मिलने के बाद, एसपी आशीष भारती ने मामले की स्वयं जांच की और पूरे मामले को सही पाया. उसके बाद गुरुवार को एसपी ने एएसआई दिनेश प्रसाद और चौकीदार सतेंद्र को निलंबित कर दिया है. वहीं थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया गया है. एसपी ने कहा कि उन्होंने पूरे मामले में खुद ही पहल की और जांच का जिम्मा मुख्यालय डीएसपी को दिया था. मामला पूरी तरह सही पाया गया. उसके बाद कार्रवाई की गई है.

बताते चलें कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. शराबबंदी लागू करने की सबसे महती जिम्मेदारी पुलिसवालों पर है. लेकिन कई जिलों से पुलिसवालों के शराब तस्करी में संलिप्त होने की खबरें मिलती रहती हैं. अभी हाल ही में दरभंगा के एसपी रामबाबू ने एक एएसआई को शराब के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. 

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