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नक्सली कमांडर हिडमा और उसके खूंखार साथी छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पिछले कई दिनों से कैंप कर रहे हैं. सुरक्षाबलों ने इस बात को लेकर अलर्ट जारी किया है कि यह नक्सली अपने गोरिल्ला साथियों के साथ सुरक्षाबलों और पेट्रोलिंग पार्टी पर हमला कर सकते हैं. सुरक्षाबलों के सूत्रों ने आजतक को जानकारी दी है कि 25 लाख का इनामी नक्सली कमांडर हिडमा सुकमा और बीजापुर के जंगलों में 150 से 160 की संख्या में नक्सली कैंप कर रहे हैं, जो कि सुरक्षाबलों को निशाना बना सकता है.
यही नहीं, हिडमा के एक दूसरे नक्सली कमांडर के साथ 50 से 60 की संख्या में नक्सली मिलिशिया के जरिए सुरक्षाबलों पर हमला करने की फिराक में है. हिडमा के साथ ही PLGA -1 के बारे में जानकारी मिली है कि वह इस समय बस्तर के इलाके में बीजापुर और सुकमा के आसपास सुरक्षा बलों के डर से भागता फिर रहा है.
उधर, सुरक्षा एजेंसियों ने आज़तक को एक्सक्लूसिव जानकारी दी है कि नक्सली टीसीओसी यानी टैक्टिकल काउंटर ऑफेंसिव कैम्पेन(TCOC) चला रहे हैं जिसमें उनका मकसद होता है कि ज्यादा से ज्यादा सुरक्षा बलों पर हमला कर उन्हें नुकसान पहुंचाना. सूत्रों ने ये बताया है कि नक़्सलियों ने केवल छत्तीसगढ़ के साउथ बस्तर में ही टीसीओसी चलाने का प्लान नहीं बनाया है बल्कि उन्होंने काफी सालों बाद नए ट्राई जंक्शन के नज़दीक सुरक्षा बलों पर हमला करने का टीसीओसी प्लान तैयार किया है. इसके अलावा सुरक्षा बलों ने सभी नक्सल इलाके में सुरक्षा देने वाले बलों को अलर्ट किया है कि झारखंड उड़ीसा और छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर नक्सली बड़े हमले कर सकते हैं.
सुरक्षा बलों की रिपोर्ट को मानें तो नक्सली PLGA BN-1 का कमांडर मांडवी इंदुमल उर्फ "हिडमा" सुरक्षा बलों के छीने हथियार और UBGL/रॉकेट लॉन्चर से हमले की फ़िराक में है. यही नहीं ये नक्सली सुरक्षा बलों के हेलीकॉप्टर को निशाना बनाने की फ़िराक में हैं. सूत्रों के मुताबिक़ सुरक्षा बलों के लिए रसद सामग्री के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले हेलीकॉप्टर को देसी रॉकेट लॉन्चर से गिरने की रणनीति बनाई है.
क्या कहते हैं रक्षा मामलों के जानकार
पूर्व सीआरपीएफ डीजी दिलीप त्रिवेदी ने आजतक से बातचीत में कहा कि ऐसे अलर्ट को सुरक्षा बलों को सीरियस लेना चाहिए जिससे कि उन्हें किसी तरह का नुकसान ना उठाना पड़े. जहां तक हिडमा के बारे में जानकारी है वह खतरनाक नक्सली है. कई ऑपरेशन में वह बचकर निकल गया है इसलिए सुरक्षाबल जिस भी एरिया में जाएं, चाहे रोड ओपनिंग पार्टी हो या फिर एक्सप्लोसिव डिटेक्ट करने वाली पार्टी वह सब एसओपी का पालन करें जिससे सुरक्षाबलों को किसी तरीके का खतरा ना हो सके.
पूर्व डीजी CRPF दुर्गा प्रसाद ने कहा कि हिडमा के खिलाफ सुरक्षा बलों ने कई बड़े ऑपरेशन किए फिर भी यह खतरनाक नक्सली सुरक्षाबलों को चकमा देकर निकल गया. जिस तरीके से इतनी बार हिडमा सुरक्षाबलों के ऑपरेशन से बचकर निकल गया है वैसे में नक्सली इस कमांडर को अपना हीरो मानते हैं. पर एक बात ध्यान रखनी चाहिए कि कोई भी नक्सली हो वह सुरक्षाबलों से बचकर नहीं जा सकता. कभी न कभी वह उनके निशाने पर जरूर आएगा.
जहां तक अलर्ट की बात है तो सुरक्षा बलों को यह ध्यान रखनी चाहिए कि नक्सलियों ने जो पहले हमले किए हैं वह ज्यादातर उनके रास्ते और उनके आने-जाने की जगहों को मॉनिटर करते हैं, इसके लिए आवश्यक यह है कि सुरक्षा बल अपने हर एक कदम को बदल-बदल कर चलते रहें जिससे कि नक्सली उनकी किसी भी मूवमेंट के बारे में जानकारी हासिल ना कर सके.