
भारत-नेपाल सीमा के जरिए फर्जी दस्तावेजों के सहारे चीनी नागरिक ने भारत में घुसने की कोशिश की. उसने दार्जिलिंग से भारत की सीमा में अवैध तरीके से घुसपैठ करने की कोशिश की थी. मगर, सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता के चलते उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
बताया गया कि भारत नेपाल सीमा दार्जीलिंग की सशस्त्र सीमा बल पानीटंकी आउटपोस्ट के पास से चीना नागरिक को अवैध तरीक से भारत की सीमा में घुसने पर गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए चीनी नागरिक का नाम पेंग योंग्जिन (Peng Yongxin) है. और वह नेपाल में फर्जी नाम उमेश रखकर रह रहा था. इसी नाम से उसने नेपाल का पासपोर्ट बनवा रखा था. और इसी पासपोर्ट के जरिए वह भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था.
सुरक्षा एजेंसी सूत्रों के मुताबिक नेपाल में जब चीन के नागरिक का पासपोर्ट बना तो वहां उसे पासपोर्ट बनवाने में लोकल लोगों की मदद मिली. पकड़े गए चीनी नागरिक से सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. जानने की कोशिश कर रही हैं कि वह किस मकसद से भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा था.
सुरक्षा और खुफिया एजेंसी के लिए क्यों है यह गिरफ्तारी महत्वपूर्ण
भारत के दार्जिलिंग जिले का पानी टंकी इलाका और नेपाल में ककरवीटा इलाके की लोकेशन डोकलाम चिकन नेक इलाके के पास की है. इतनी संवेदनशील जगह पर आखिरकार यह चीनी नागरिक क्या कर रहा था. भारत नेपाल सीमा 1850 किलोमीटर की है, लेकिन उसने दार्जिलिंग का यह इलाका क्यों चुना किया सबसे बड़ा सवाल है. इस डोकलाम रीजन को लेकर भारत-चीन का विवाद है.
बताया गया है कि पहले भी इसी इलाके से नियमित अंतराल पर बांग्लादेशी लोग भारत में अवैध तरीक से प्रवेश करने पर गिरफ्तार किए गए हैं. यहां तक की पाकिस्तानी नागरिकों की भी गिरफ्तारी हुई है. यह पहली बार है कि इस इलाके से किसी चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है.
चीनी नागरिक के केस को सीमा हैदर मामले से देख रहीं सुरक्षा एजेंसियां
सीमा हैदर प्रकरण के बाद खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां ने अपनी सतर्कता भारत-नेपाल सीमा पर बहुत ज्यादा बढ़ा दी है उसी तरीके से फर्जी कागजात के आधार पर यह शख्स भारत में दाखिल हो रहा था, जैसे सीमा भारत में दाखिल हुई थी. लेकिन इस बार सतर्क निगाहों ने भारत-नेपाल सीमा पर संदिग्ध थर्ड नेशन सिटीजन को गिरफ्तार कर लिया गया.
6 महीने पहले इसी इलाके से एक पाकिस्तानी महिला गिरफ्तार हुई थी और अब चीनी नागरिक गिरफ्तार हुआ है. इन दोनों में क्या कनेक्शन है इस बात की तस्दीक से सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां कर रही हैं.
चीना नागरिक को लेकर उठ रहे सवाल
सवाल यह भी है कि क्यों 7 साल तक अपनी पहचान बदलकर यह शख्स नेपाल में रह रहा था. नेपाल में किन-किन लोगों ने इसकी फर्जी पासपोर्ट बनवाने में मदद की इसका पता सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां लगा रही हैं. जिस तरीके से सीमा हैदर से नेपाल में कागजातों के वेरिफिकेशन के लिए पूछताछ नहीं की गई, उसी तरह क्या इस से भी पूछताछ नहीं की गई, इस बात का भी पता लगाया जा रहा है. फर्जी कागजात के आधार पर क्या इससे पहले भी यह शख्स है जो कि चीनी नागरिक है वह भारत में दाखिल हुआ है और अगर हुआ है तो किस रूप से हुआ है इस बात की तफ़तीश खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां कर रही हैं.