पश्चिम बंगाल के मालदा से गिरफ्तार चीनी नागरिक हान जुनवे ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह भारत से फर्जी दस्तावेज़ का इस्तेमाल कर अभी तक लगभग 1300 भारतीय सिम चीन ले जा चुका है. हान जुनवे अपने एसोसिएट्स के जरिए सिम को अंडरगार्मेंट्स में छुपाकर चीन भेजता था.
इन सिम का इस्तेमाल अकाउंट हैक करने तथा अन्य अवैध काम के लिए किया जाता था. सिम का इस्तेमाल कर लोगों से ठगी करना, उनका पैसा मनी ट्रांजैक्शन मशीन से निकलना, इनका उद्देश्य था. पूछताछ के बाद घुसपैठिये को सीमा सुरक्षा बल ने पुलिस को सौंप दिया है.
बता दें कि 10 जून को भारत और बांग्लादेश सीमा के पास पश्चिम बंगाल के मालदा क्षेत्र से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने हान जुनवे को गिरफ्तार किया था. चीनी नागरिक हान जुनवे बांग्लादेश सीमा से अवैध रूप से घुसपैठ कर रहा था तभी बीएसएफ जवानों ने उसे दबोच लिया. पूछताछ के लिए उसे बीएसएफ के जवान मोहदीपुर लेकर आए. जहां उसकी पहचान हान जुनवे के तौर पर हुई. उसकी उम्र 36 साल है और वह चीन के हुबेई शहर का रहने वाला है.
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उसका गुरुग्राम में एक होटल भी है, उत्तर प्रदेश एटीएस ने कुछ दिन पहले उसके बिजनेस पार्टनर को भी गिरफ्तार किया था. वह और उसकी पत्नी भी वॉन्टेड है. एक सरकारी अधिकारी का कहना है कि वह चाइनीज इंटेलिजेंस एजेंसी के लिए काम करता है. गिरफ्तार हान जुनवे को जब्त सामान के साथ आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस स्टेशन गुलाबगंज, कालियाचक को सौंप दिया गया है.
हान जुनवे के बिजनेस पार्टनर सू जियांग को एटीएस लखनऊ ने गिरफ्तार किया था. जिसके बाद से हान जुनवे के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. बीएसएफ ने कहा कि हान जुनवे की तलाशी लेने पर भारी मात्रा में संदिग्ध इलेट्रॉनिक डिवाइस बरामद किए गए हैं.