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CrPC Section 120: जमानती बॉन्ड के कंटेंट से जुड़ी है सीआरपीसी की धारा 120

CrPC की धारा 120 (Section 120) में बंधपत्र यानी बॉन्ड के कंटेंट पर आधारित प्रावधान की जानकारी मिलती है. चलिए जानते हैं कि सीआरपीसी की धारा 120 इस बारे में क्या कहती है?

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 बॉन्ड के कंटेंट पर आधारित है ये धारा
बॉन्ड के कंटेंट पर आधारित है ये धारा
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बॉन्ड के कंटेंट पर आधारित है ये धारा
  • 1974 में लागू की गई थी सीआरपीसी
  • CrPC में कई बार हुए है संशोधन

दंड प्रक्रिया संहिता (Code of Criminal Procedure) की धाराओं में अदालत (Court) में या पुलिस (Police) के काम से संबंधित कई तरह के प्रावधान किए गए हैं, जिनका प्रयोग जांच और कार्य के दौरान किया जाता है. ऐसे ही CrPC की धारा 120 (Section 120) में बंधपत्र यानी बॉन्ड के कंटेंट पर आधारित प्रावधान की जानकारी मिलती है. चलिए जानते हैं कि सीआरपीसी की धारा 120 इस बारे में क्या कहती है?

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सीआरपीसी की धारा 120 (CrPC Section 120)
दंड प्रक्रिया संहिता (Code of Criminal Procedure 1973) की धारा 120 (Section 120) में जमानत (Bail) आदि के दौरान इस्तेमाल होने वाले बंधपत्र (Bond) की अंतर्वस्तुं यानी बॉन्ड के कंटेंट (Content of Bond) के बारे में जानकारी दी गई है. CrPC की धारा 120 के अनुसार, ऐसे किसी व्यक्ति द्वारा निष्पादित (Executed) किया जाने वाला बंधपत्र (Bond) उसे, यथास्थिति (Status quo), परिशांति (calmness) कायम रखने या सदाचारी (Virtuous) रहने के लिए आबद्ध (Bound) करेगा और बाद की दशा में कारावास से दंडनीय (Punishable with imprisonment) कोई अपराध (Offence) करना या करने का प्रयत्न या दुष्प्रेरण (Abetment) करना चाहे, वह कहीं भी किया जाए, बंधपत्र का भंग है.

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क्या है सीआरपीसी (CrPC)
सीआरपीसी (CRPC) अंग्रेजी का शब्द है. जिसकी फुल फॉर्म Code of Criminal Procedure (कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर) होती है. इसे हिंदी में 'दंड प्रक्रिया संहिता' कहा जाता है. CrPC में 37 अध्याय (Chapter) हैं, जिनके अधीन कुल 484 धाराएं (Sections) मौजूद हैं. जब कोई अपराध होता है, तो हमेशा दो प्रक्रियाएं होती हैं, एक तो पुलिस अपराध (Crime) की जांच करने में अपनाती है, जो पीड़ित (Victim) से संबंधित होती है और दूसरी प्रक्रिया आरोपी (Accused) के संबंध में होती है. सीआरपीसी (CrPC) में इन प्रक्रियाओं का ब्योरा दिया गया है.

1974 में लागू हुई थी CrPC
सीआरपीसी के लिए 1973 में कानून (Law) पारित किया गया था. इसके बाद 1 अप्रैल 1974 से दंड प्रक्रिया संहिता यानी सीआरपीसी (CrPC) देश में लागू हो गई थी. तब से अब तक CrPC में कई बार संशोधन (Amendment) भी किए गए है.

 

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