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CrPC Section 16: जानें, क्या होती है सीआरपीसी की धारा 16?

सीआरपीसी की धारा 16 महानगर मजिस्ट्रेट (Metropolitan Magistrate) और उसके न्यायलय (Court) के बारे में जानकारी देती है. आइए जानते हैं कि CrPC की धारा 16 (Section 16) क्या कहती है? इसमें क्या प्रावधान है?

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सीआरपीसी की धारा 16 महानगर मजिस्ट्रेट के बारे में जानकारी देती है
सीआरपीसी की धारा 16 महानगर मजिस्ट्रेट के बारे में जानकारी देती है
स्टोरी हाइलाइट्स
  • महानगर मजिस्ट्रेट संबंधित है CrPC की धारा 16
  • MM कोर्ट के बारे में जानकारी देती है धारा 16
  • 1974 में लागू की गई थी सीआरपीसी

दंड प्रक्रिया संहिता (Code of Criminal Procedure) यानी सीआरपीसी (CrPC) में कोर्ट और मजिस्ट्रेट से संबंधित जानकारी मिलती है. इसी प्रकार सीआरपीसी की धारा 16 महानगर मजिस्ट्रेट (Metropolitan Magistrate) और उसके न्यायालय (Court) के बारे में जानकारी देती है. आइए जानते हैं कि CrPC की धारा 16 (Section 16) क्या कहती है? इसमें क्या प्रावधान है?

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सीआरपीसी की धारा 16 (CrPC Section 16)
दंड प्रक्रिया संहिता (Code of Criminal Procedure) की धारा 16 (Section 16) का संबंध महानगर मजिस्ट्रेटों (Metropolitan Magistrate) के न्यायालय (Court) से होता है. सेक्शन 16 के मुताबिक -

(1) प्रत्येक महानगर क्षेत्र (Metropolitan Area) में महानगर मजिस्ट्रेटों (Metropolitan Magistrates) के इतने न्यायालय (Courts), ऐसे स्थानों में स्थापित (Established) किए जाएंगे जितने और जो राज्य सरकार (State Government), उच्च न्यायालय (High Court) से परामर्श के पश्चात्, अधिसूचना द्वारा विनिर्दिष्ट (Specified by Notification) करे.

(2) उच्च न्यायालय (High Court) द्वारा ऐसे न्यायालयों के पीठासीन अधिकारी (Presiding Officers) नियुक्त किए जाएंगे.
 
(3) प्रत्येक महानगर मजिस्ट्रेट (Metropolitan Magistrate) की अधिकारिता (Jurisdiction) और शक्तियों (Powers) का विस्तार महानगर क्षेत्र (Metropolitan Area) हर जगह होगा.

इसे भी पढ़ें--- CrPC Section 15: जानें, क्या होती है सीआरपीसी की धारा 15? 

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क्या होती है सीआरपीसी (CrPC)
सीआरपीसी (CRPC) अंग्रेजी का शब्द है. जिसकी फुल फॉर्म Code of Criminal Procedure (कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर) होती है. इसे हिंदी में 'दंड प्रक्रिया संहिता' कहा जाता है. दंड प्रिक्रिया संहिता यानी CrPC में 37 अध्याय हैं, जिनके अधीन कुल 484 धाराएं आती हैं. जब कोई अपराध होता है, तो हमेशा दो प्रक्रियाएं होती हैं, एक तो पुलिस अपराध की जांच करने में अपनाती है, जो पीड़ित से संबंधित होती है और दूसरी प्रक्रिया आरोपी के संबंध में होती है. सीआरपीसी (CrPC) में इन प्रक्रियाओं का ब्योरा दिया गया है.

1974 में लागू हुई थी CrPC
सीआरपीसी के लिए 1973 में कानून पारित किया गया था. इसके बाद 1 अप्रैल 1974 से दंड प्रक्रिया संहिता यानी सीआरपीसी (CrPC) देश में लागू हो गई थी. तब से अब तक CrPC में कई बार संशोधन भी किए गए है.
 

 

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