Code of Criminal Procedure यानी दंड प्रक्रिया संहिता अदालत (Court) से जुड़ी प्रक्रिया (Procedure) और उनसे संबंधित प्रावधान (Provision) को परिभाषित करती है. इसी प्रकार से सीआरपीसी (CrPC) की धारा 37 (Section 37) जनता (Public), मजिस्ट्रेट (Magistrates) और पुलिस (Police) के संबंध में जानकारी (information) देती है. तो चलिए जानते हैं कि सीआरपीसी की धारा 37 (Section 37) क्या कहती है?
सीआरपीसी की धारा 37 (CrPC Section 37)
दंड प्रक्रिया संहिता (Code of Criminal Procedure) की धारा 37 (Section 37) में यह बताया गया है कि ''जनता (Public) कब मजिस्ट्रेट (Magistrates) और पुलिस (Police) की सहायता (Assist) करेगी.'' इसी बात से संबंधित प्रावधान (Provision) सीआरपीसी (CrPC) की इस धारा मिलते हैं. CrPC की धारा 37 के मुताबिक प्रत्येक व्यक्ति (Every person) ऐसे मजिस्ट्रेट (Magistrate) या पुलिस अधिकारी (Police officer) की सहायता (Assist) करने के लिए आबद्ध (Bound) है, जो निम्नलिखित कार्यों में उसकी सहायता (Aid) उचित रूप से मांगता है-
(क) किसी अन्य ऐसे व्यक्ति (Any other person) को, जिसे ऐसा मजिस्ट्रेट (Magistrate) या पुलिस अधिकारी (Police officer) गिरफ्तार करने के लिए प्राधिकृत (Authorised to arrest) है, पकड़ना या उसका निकल भागने से रोकना (preventing the escape). अथवा (ख) परिशान्ति (Peace) भंग का निवारण या दमन (prevention or suppression of a breach). अथवा (ग) किसी रेल (Rail), नहर (Canal), तार (Telegraph) या लोक-संपत्ति (Public property) को क्षति पहुंचाने के प्रयत्न (injury attempted) का निवारणprevention.
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क्या होती है सीआरपीसी (CrPC)
सीआरपीसी (CRPC) अंग्रेजी का शब्द है. जिसकी फुल फॉर्म Code of Criminal Procedure (कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर) होती है. इसे हिंदी में 'दंड प्रक्रिया संहिता' कहा जाता है. CrPC में 37 अध्याय (Chapter) हैं, जिनके अधीन कुल 484 धाराएं (Sections) मौजूद हैं. जब कोई अपराध होता है, तो हमेशा दो प्रक्रियाएं होती हैं, एक तो पुलिस अपराध (Crime) की जांच करने में अपनाती है, जो पीड़ित (Victim) से संबंधित होती है और दूसरी प्रक्रिया आरोपी (Accused) के संबंध में होती है. सीआरपीसी (CrPC) में इन प्रक्रियाओं का ब्योरा दिया गया है.
1974 में लागू हुई थी CrPC
सीआरपीसी के लिए 1973 में कानून (Law) पारित किया गया था. इसके बाद 1 अप्रैल 1974 से दंड प्रक्रिया संहिता यानी सीआरपीसी (CrPC) देश में लागू हो गई थी. तब से अब तक CrPC में कई बार संशोधन (Amendment) भी किए गए है.
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