राजस्थान में बीजेपी किसान मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष जयपाल पुनिया की हत्या में कांग्रेस विधायक के भाई को गिरफ्तार किया गया है. नमक कारोबार के वर्चस्व की लड़ाई में बीजेपी नेता का शूटरों के जरिए मर्डर करवाया गया था. पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि 6 अभी फरार हैं.
नागौर पुलिस की पड़ताल में पता चला है कि नावां विधायक महेन्द्र चौधरी के भाई मोती सिंह ने भाड़े के शूटर बुलाकर राजस्थान बीजेपी किसान मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष जयपाल पुनिया को मौत के घाट उतरवा दिया था. इस मामले में मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी के भाई मोती सिंह समेत 5 शूटरों को गिरफ्तार कर लिया. जबकि 6 अभी फरार हैं. आरोपी शूटर कुलदीप सिंह, फ़िरोज़ कायमखानी, हनुमान माली और हारून कायमखानी हरियाणा के रहने वाले हैं.
राजनीति गलियारों में नवां विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक महेंद्र चौधरी सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं. महेंद्र चौधरी विधानसभा में कांग्रेस सरकार के मुख्य सचेतक भी हैं.
बता दें कि पिछले चार दिनों से राजस्थान की नमक सिटी नावां में बीजेपी और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का धरना चल रहा था. मंगलवार को सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर मृतक का शव लेकर राजधानी जयपुर की ओर कूच किया था, हालांकि पुलिस ने जोबनेर में उनको रोक लिया था.
उधर, एडीम ने बॉडी को डिस्पोज करने के लिए मृतक के घर पर नोटिस चस्पा कर दिया है. इस मामले में मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा कि क़ानून अपना काम करेगा और हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है.