scorecardresearch
 

अमृतपाल के करीबियों पर कसा जा रहा शिकंजा, पंजाब के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार का बड़ा एक्शन

पंजाब के अजनाला में बीते दिनों खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों ने थाने पर हमला कर दिया था. इस घटना को लेकर केंद्र सरकार भी एक्शन में आ गई थी. अमृतपाल अपने करीबी को थाने से छुड़ाने की मांग को लेकर आंदोलन करने पहुंचा था.

Advertisement
X
वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह. (फाइल फोटो)
वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह. (फाइल फोटो)

खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी नेता अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों पर पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों का लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. अब जम्मू-कश्मीर सरकार ने अमृतपाल के सहयोगी के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है. स्थानीय पुलिस ने अमृतपाल के दो बॉडीगार्ड के शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं.

Advertisement

जम्मू-कश्मीर के रामबन और किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि अमृतपाल सिंह के दो बॉडीगार्ड के जारी हथियारों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं. इनमें 19 सिख रेजिमेंट से रिटायर्ड सैनिक वरिंदर सिंह और 23 बख्तरबंद पंजाब से रिटायर्ड सैनिक तलविंदर सिंह का नाम शामिल है. इससे पहले वरिंदर को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

गुरुवार को पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के करीबी गुरिंदर सिंह को डिटेन किया था. वो देश छोड़कर लंदन भागने की कोशिश कर रहा था. उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस पहले ही जारी किया जा चुका था, ऐसे में देश छोड़ना उसके लिए वैसे भी मुश्किल था. पंजाब पुलिस ने गुरु रामदास एयरपोर्ट से गुरिंदर सिंह को डिटेन किया है. अब ये कार्रवाई तब हुई है जब कुछ दिन पहले ही आदेश दिया गया था कि अमृतपाल के 9 करीबियों के हथियारों के लाइसेंस रद्द कर दिए जाएं.

Advertisement

करीबी 9 लोगों के हथियार लाइसेंस रद्द करने के आदेश

दरअसल, पंजाब पुलिस ने जिला प्रशासन को एक चिट्ठी लिखी थी. उस चिट्ठी में जोर देकर कहा गया था कि अमृतपाल के 9 करीबियों के हथियारों के लाइसेंस रद्द किए जाएं. ये भी साफ कहा गया था कि पहले भी जो हथियार दिए गए थे, वो आत्मरक्षा के लिए दिए गए थे. अब उस आदेश के बाद अमृतपाल के लिए ये दूसरा बड़ा झटका है. उसका करीबी गुरिंदर डिटेन कर लिया गया है.

खालिस्तान

किस मामले की वजह से एक्शन?

अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों पर चमकौर साहिब निवासी वरिंदर सिंह को अगवा करने और मारपीट करने का आरोप लगा था. वरिंदर सिंह ने पुलिस को शिकायत में बताया था कि अमृतपाल सिंह के साथियों ने उसे अजनाला से अगवा कर लिया था और एक अज्ञात स्थान पर ले गए जहां उसकी बेरहमी से पिटाई की गई. पुलिस ने अमृतपाल सिंह और समर्थकों पर केस दर्ज किया था.

इस मामले में पुलिस ने अमृतपाल के करीबी लवप्रीत तूफान को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. उस कई घंटों की पूछताछ ने अमृतपाल के करीबियों को नाराज कर दिया था और फिर पुलिस थाने का घेराव किया गया था. बाद में कोर्ट ने जब लवप्रीत की बेल का आदेश दिया, तब जाकर जमीन पर स्थिति नॉर्मल हुई. लेकिन उस एक घटना के बाद से अमृतपाल सुर्खियों में आ गया है. उसके कई और दुश्मन बन गए हैं. उसके बहाने पंजाब में कानून व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश रची जा रही है.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement