
कोलकाता पुलिस ने चलती कार में क्रिकेट सट्टेबाजी चलाने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. उसके पास से काफी सारा सामान और मोबाइल फोन बरामद किए हैं. गुप्त सूचना मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की अंजाम दिया है. पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था. इसके बाद जैसे ही पुलिस को मौका मिला आरोपियों को पकड़ लिया गया है. पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है. पुलिस का कहना है कि पहले सट्टेबाजी कमरों में, ऑफिसों से की जाती थी, लेकिन अब सट्टाबाजी का रैकेट चलाने वालों ने नया पैंतरा निकाला है.
दरअसल, कोलकाता पुलिस के जासूसी विभाग (Detective Department) को अपने सूत्रों से जानकारी मिली थी कि चलती कार से क्रिकेट सट्टेबाजी का रैकेट चलाया जा रहा है. जानकारी मिलने पर जासूसी विभाग की एंटी राउडी सेक्शन की टीम ने सट्टेबाजी के इस रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए प्लान तैयार किया.
कार में बैठे मिले दो लोग
टीम ने कोलकाता शहर में संदिग्ध स्थानों पर निगरानी शुरू कर दी. कोलकाता पुलिस के एक उच्च अधिकारी ने आजतक को बताया कि पुलिस की निगरानी के दौरान संदिग्ध कार पर पुलिस की नजर गई और टीम ने कार का पीछा करना शुरू कर दिया. कार का कुछ किलोमीटर तक पीछा करने के बाद कोलकाता में वाटरलू स्ट्रीट के पास एंटी राउडी सेक्शन ने रोक लिया.
भारत-पाकिस्तान मैच में लिए लगवा रहे थे सट्टा
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, कार में हावड़ा जिले के देबनाथ बनर्जी लेन निवासी दो व्यक्तियों सत्येन्द्र यादव (29) और हावड़ा में डॉ. पी.के. बनर्जी रोड निवासी सुमित सिंह (33) बैठे हुए थे. कार की तलाश के दौरान, तीन मोबाइल फोन और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया. पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपी वाटरलू स्ट्रीट में भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे एशिया कप मैच के लिए सट्टेबाजी रैकेट चला रहे थे.
आरोपियों के खिलाफ केस किया गया दर्ज
पुलिस का कहना है कि आरोपियों के पास से तीन मोबाइल फोन, अपराध में इस्तेमाल की जा रही कार ( WB12 DD 3444) सहित अन्य सामान जब्त किया गया है. आरोपियों के खिलाफ हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में धारा 120बी/420 आईपीसी और 3/4 डब्ल्यूबीजी और पीसी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तार दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा.