सीआरपीएफ की एक लेडी कमांडो ने सराहनीय कार्य किया है. उन्होंने दिल्ली मेट्रो के खचाखच भरे कोच में बेहोश हुए यात्री पर तुरंत कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) प्रक्रिया करके उसकी जान बचा ली. यह घटना मंगलवार शाम को दिल्ली मेट्रो रेल नेटवर्क की ब्लू लाइन पर कीर्ति नगर और मोती नगर स्टेशनों के बीच हुई. सभी महिला अफसर की तारीफ कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, सीआरपीएफ की 27 वर्षीय सब इंस्पेक्टर (एसआई) अंजलि ने देखा कि उनके पीछे खड़ा 40 वर्षीय एक व्यक्ति कोच के फर्श पर बेहोश होकर गिर रहा है. उस व्यक्ति को शायद हृदय संबंधी समस्या थी. वो मेट्रो ट्रेन की कोच में ज्यादा भीड़भाड़ होने की वजह से बेहोश हो गए. इस घटना को देखते ही सब इंस्पेक्टर अंजलि तुरंत हरकत में आ गईं.
बिना समय गंवाए उन्होंने तुरंत उस व्यक्ति पर सीपीआर लगाया और वह जल्द ही होश में आ गया. सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि उचित चिकित्सा सहायता के लिए यात्री को मोती नगर मेट्रो स्टेशन से बाहर निकाला गया. साल 2022 में भर्ती हुई अंजलि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 88वीं महिला बटालियन से संबंधित हैं.
वो दिल्ली के जंतर मंतर पर तैनात हैं. उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि उस व्यक्ति की मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आया. इसे लेकर उनको बहुत दुख है. उन्होंने अकेले ही इस प्रक्रिया को अंजाम दिया. सीआरपीएफ के प्रवक्ता उप महानिरीक्षक (डीआईजी) एम दिनाकरन ने कहा कि डीजी (महानिदेशक) ने महिला अधिकारी की प्रशंसा की है.
इस मानवीय कार्य के लिए सब इंस्पेक्टर (एसआई) अंजलि को उचित पुरस्कार दिया जाएगा. सीपीआर एक आपातकालीन जीवन रक्षक प्रक्रिया है जो किसी व्यक्ति पर तब की जाती है जब उसका दिल धड़कना बंद हो जाता है. सुरक्षा बलों के कर्मियों को उनके प्रशिक्षण के दौरान इस प्रक्रिया को करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है.