यूपी के अलीगढ़ में करीब 100 दिनों के बाद शव को कब्र से निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया. दरअसल, थाना बन्ना देनी का रहने वाला फारुख दोस्तों के साथ मछली मारने गया था, जहां संदिग्ध हालात में फारुख की मौत हो गई.
इसके बाद शव को दफना दिया गया था. मृतक के पिता ने दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया और जिलाधिकारी को पत्र लिख कर पोस्टमॉर्टम की गुहार लगाई थी. इसके तहत डीएम के आदेश पर शव को बुधवार को कब्र खोदकर निकाला गया. इस दौरान एसीएम और क्षेत्राधिकारी द्वितीय मौजूद रहे.
मोहम्मद अहमद के बेटे फारुख (26 साल) दो जुलाई को उनके दो दोस्त नासिर और मुन्ना मछली का शिकार करने के लिए ले गए थे. इस दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में फारुख की मौत हो गई. उसके शव को उसके घर के दरवाजे पर डाल कर दोस्त चले गए. पूछने पर दोस्त ने बताया कि पानी में डूबकर फारुख की मृत्यु हो गई.
आनन-फानन में फारुख के शव को दफन कर दिया गया. पीड़ित पिता मोहम्मद अहमद ने एसएसपी और डीएम को प्रार्थना पत्र देकर कब्र खोदकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई के लिए अर्जी दी थी.
वहीं एसीएम द्वितीय संदीप केला ने बताया, ''जिलाधिकारी के आदेश पर फारुख के कब्र से निकाला गया. शव को पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है.'' संदीप ने बताया कि मृतक के पिता ने अपने पुत्र फारुख की हत्या की आशंका जताई है.