दिल्ली हाई कोर्ट ने एसडीएम को आदेश दिया है कि दो सप्ताह के अंदर एक कपल की अंतर धार्मिक शादी करा दी जाए. इसके अलावा कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को भी निर्देश दिया है कि पांच दिन के भीतर इस जोड़े की दिल्ली में रहने की सही व्यवस्था कराई जाए साथ ही इन्हें सुरक्षा भी दी जाए. बता दें, उत्तर प्रदेश के रहने वाले इस जोड़े ने दिल्ली हाई कोर्ट में एक आर्जी दाखिल की थी. जिसमें उन्होंने मांग की थी कि उन्हें दिल्ली में रहने के लिए एक सुरक्षित स्थान दिया जाए.
पिछले काफी समय से दिल्ली के मुखर्जी नगर में रह रहा यह जोड़ा लगातार अपनी शादी का प्रयास कर रहा है. जल्द ही उनकी शादी कानूनी प्रक्रिया के तहत हो, लेकिन दिल्ली के कई दफ्तरों के चक्कर काटने के बावजूद इन्हें शादी की इजाजत नहीं मिल सकी है. बताया जा रहा है कि इस तरह की शादी के लिए दिल्ली में कई तरह के प्रशासनिक दफ्तरों से सर्टिफिकेट की आवश्यता की जरूरत होती है, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद यह जोड़ा अब तक कोई भी कानूनी कार्रवाई को पूरा नहीं कर सका है. जिसकी वजह से इनकी शादी में विलंब होता जा रहा है.
वहीं इस मामले में कपल के वकील विंद्रा ग्रोवर ने कहा है कि संबंधित सभी आथॉरिटी को शादी की परमिशन के लिए चिट्ठी लिखी जा चुकी है, लेकिन किसी भी तरफ से अब तक कहीं भी कोई भी सकारात्मक जवाब नहीं मिला सका है. ऐसे में इस जोड़े को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा वकील विंद्रा ग्रोवर का कहना है कि हर जगह गुहार लगाने के बावजूद इनकी मदद के लिए कोई तैयार नहीं है. ऐसे एक बार कोर्ट का दरवाजा खटखटना के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है.
पिछले साल दिसंबर में इस कपल ने दिल्ली सरकार से गुहार लगाई थी कि उन्हें दूसरे राज्य की पुलिस को इस मामले से दूर रखा जाए, लेकिन कोर्ट ने उनकी इस अपील को ठुकरा दिया था. ऐसे में इस कपल के सामने शादी के लिए चुनौती बढ़ती जा रही है.