Delhi Lahori Gate Robbery Disclosure: दिल्ली के लाहौरी गेट इलाके में सरेआम 80 लाख की लूट को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों ने करीब एक हफ्ते रेकी करने के बाद इस वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से लूट की तकरीबन सारी रकम बरामद कर ली है. खास बात ये है कि दिल्ली पुलिस ने इजराइली फेशियल रिकग्निशन तकनीक की मदद से इस मामले का खुलासा किया है.
17 मार्च की शाम तकरीबन 5 बजे के आसपास दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम को एक कॉल मिली. कॉलर ने बताया कि लहरी के थाना ईलेक के हैदर कुली इलाके में 80 लाख की लूट हुई है. लूट की ये वारदात एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.
वारदात की सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि काले रंग का बैग कंधे पर लेकर अजमल नाम का शख्स एक बैग में अपनी फर्म का 80 लाख कैश ऑफिस में जमा करने के लिए जा रहा था. तभी पीछे से एक शख्स आता है. जिसके हाथ में तमंचा था. उसने अजमल पर वो पिस्टल तान दी और उसका बैग छीनने लगा. अजमल ने बैग को बचाने की कोशिश भी की.
लेकिन सामने वाले के हाथ में पिस्टल था. उसने हवा में एक राउंड गोली चलाई. जिसकी वजह से अजमल डर गया. अजमल कंधे से बैग उतार देता है, जिसे लुटेरा लेकर फरार हो जाता है. सीसीटीवी में साफ नजर आ रहा है कि जब लूट की इस वारदात अकेला बदमाश अंजाम दे रहा है. उस वक्त गली में लोग आ जा भी रहे हैं.
लूट की वारदात सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 6 टीम बनाई. जब पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो पुलिस को पता चला कि आरोपी एक नहीं बल्कि दो थे. एक शख्स वह था, जिसने अजमल की तरफ इशारा किया था. उसके इशारे पर ही लुटेरा पिस्तौल लेकर अजमल के पीछे गली में गया था.
जब पुलिस ने सीसीटीवी के ज़रिए मुखबरी करने वाले शख्स का रूट निकला तो वह दरियागंज की तरफ जा रहा था. इसके बाद पुलिस ने इजराइली फेशियल रिकग्निशन तकनीक की मदद से उस आरोपी के चेहरे को मैच किया तो पता चला कि वह दरियागंज का रहने वाला अली मोहम्मद है.
पुलिस के मुताबिक, अली मोहम्मद के खिलाफ साल 2023 में चोरी का मामला भी दर्ज हुआ था. तब उसने इसी तरीके से 10 लाख रुपये लेकर जा रहे एक युवक की मुखबिरी की थी. शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने अली मोहम्मद को पकड़ लिया और अली मोहम्मद से जब पूछताछ की गई तो पता चला की लूट की वारदात को समीर ने अंजाम दिया है. पुलिस को पता चला कि समीर अगले दिन पैसों के बंटवारे के लिए दरियागंज आने वाला है. तब पुलिस ने ट्रैप लगाया और आरोपी समीर को पकड़ लिया.
जब पुलिस आरोपी के साथ उसके घर पहुंची तो वहां से लूट के 80 लाख में से 79 लाख 50 हजार का कैश बरामद कर लिया. उसमें 50 हजार कम थे. साथ में पुलिस ने वहां से एक पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं.
अब तक की जांच के मुताबिक, इस लूट में समीर और अली मोहम्मद ही शामिल थे. अली मोहम्मद पर कुछ कर्ज भी था. इसलिए उन दोनों ने मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया. उन्हें लग रहा था कि बैग में 10 से 15 लाख की नकदी होगी. लेकिन जब उन्होंने बैग में 80 लाख की नकदी देखी तो उन्हें लगा कि उनका जैकपॉट लग गया है. लेकिन इससे पहले कि ये दोनों पैसे को ठिकने लगा पाते, पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया.