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मस्जिद की छत पर मिले बच्चे के शव की गुत्थी सुलझी, आरोपियों ने बताया क्यों किया मर्डर

दोनों आरोपी मस्जिद में ही पढ़ाई करते हैं. उनकी उम्र 13 साल और 17 साल है. दोनों ने खुलासा किया कि सीआईडी देखकर दोनों काफी वक्त से फरहान को किडनैप कर उसके परिवार से पैसे ऐंठने का प्लान कर रहे थे.

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दिल्ली के खजूरी खास इलाके की घटना
दिल्ली के खजूरी खास इलाके की घटना
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 2 नाबालिग आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है
  • सीआईडी देखकर आरोपियों ने बनाया था प्लान

दिल्ली के खजूरी खास इलाके में 10 साल के मासूम फरहान की लाश 8 जनवरी को मस्जिद की छत पर मिली थी. फरहान की हत्या करने के बाद उसकी लाश को मस्जिद की छत पर ईंट और बालू से ढक दिया गया था. फरहान की आस पास और पड़ोसियों के घर तलाश कर हार जाने के बाद उसके पिता शमीम ने पुलिस थाने में शिकायत दी थी.

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फरहान के पिता शमीम ने बताया था कि फरहान इलाके के ही एक स्कूल में 5वीं क्लास में पढ़ता था, लेकिन धार्मिक शिक्षा के लिए इलाके की मस्जिद में भी जाता था. 7 जनवरी को शमीम अपने बेटे फरहान और अरसलान को लेकर मस्जिद गए थे. मस्जिद में नमाज पढ़ने के बाद अपने दोनों बेटों को छोड़कर शमीम घर वापस आ गए.

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पुलिस के मुताबिक शमीम के पिता ने अपने बयान में बताया कि वो मस्जिद से नमाज पढ़कर घर आ गए थे. दोनों बच्चे मस्जिद में नमाज पढ़ रहे थे, जब घर पर शमीम काम-काज में लगे हुए थे तभी मस्जिद से कॉल आया कि फरहान पढ़ाई कर रहे बच्चों के बीच मौजूद नहीं है.

शमीम ने अपने बेटे को काफी जगह तलाशा भी लेकिन फरहान कहीं नहीं मिला. पिता के आखिरी बयान के बाद जांच कर रही पुलिस को कुछ शक हुआ. लिहाजा पुलिस टीम ने मस्जिद के आस-पास का सीसीटीवी खंगाला, सीसीटीवी में फरहान मस्जिद में जाता तो दिखाई दिया लेकिन वापस आता दिखाई नहीं दिया. साथ ही पुलिस ने एक साथ 2 लड़कों को शाम के वक्त मस्जिद से निकलते देखा.

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पुलिस ने सीसीटीवी में दिख रहे दोनों संदिग्ध लड़कों को बुलाया और पूछताछ शुरू कर दी. शुरुआत में दोनों नाबालिग लड़कों ने पुलिस को गुमराह किया, लेकिन सीसीटीवी दिखाने और थोड़ी सख्ती के बाद आरोपी टूट गए और हत्या की बात कबूल ली. दोनों आरोपी मस्जिद में ही पढ़ाई करते हैं. उनकी उम्र 13 साल और 17 साल है. दोनों ने खुलासा किया कि सीआईडी देखकर दोनों काफी वक्त से फरहान को किडनैप कर उसके परिवार से पैसे ऐंठने का प्लान कर रहे थे. इसके पहले भी दोनों ने फरहान को नींद की गोली खिलाई थी लेकिन फरहान पर गोली का असर नहीं हुआ था और वो प्लान फेल हो गया.

7 जनवरी को प्लान के तहत फरहान की छत पर हत्या की. लाश का किसी को पता न लगे और वो फरहान के पिता से पैसे मांग सकें इसलिए लाश को बालू और ईंट से छुपाया. दोनों आरोपी अपने प्लान में कामयाब हो पाते उससे पहले ही लाश बरामद हो गई, और फिर पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया. दोनों आरोपियों के परिवार की हालत भी बेहद कमजोर है.

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