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पार्सल बॉक्स ने खोला कत्ल का राज, पति ने किए थे पत्नी के 7 टुकड़े

दिल्ली पुलिस ने पांच दिन पहले बॉक्स में महिला की लाश मिलने के मामले में खुलासा कर दिया है. दरअसल, उस महिला का कत्ल किसी और ने नहीं बल्कि उसके पति ने ही किया था. उसने बेरहमी से अपनी पत्नी को सात टुकड़ों में काटकर बॉक्स में भर दिया था. इस काम में आरोपी के दो भाई भी मददगार के तौर पर शामिल थे.

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पुलिस ने आरोपी पति और उसके भाईयों को गिरफ्तार कर लिया है
पुलिस ने आरोपी पति और उसके भाईयों को गिरफ्तार कर लिया है

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दिल्ली पुलिस ने पांच दिन पहले बॉक्स में महिला की लाश मिलने के मामले में खुलासा कर दिया है. दरअसल, उस महिला का कत्ल किसी और ने नहीं बल्कि उसके पति ने ही किया था. उसने बेरहमी से अपनी पत्नी को सात टुकड़ों में काटकर बॉक्स में भर दिया था. इस काम में आरोपी के दो भाई भी मददगार के तौर पर शामिल थे.

दिल्ली पुलिस ने मृतका के पति साज़िद अली अंसारी समेत उसके दो भाईयों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने में साजिद के दो भाइयों ने उसका साथ दिया था.

दरअसल, बीती 21 जून को दिल्ली पुलिस को सरिता विहार इलाके से पार्सल बॉक्स में बंद एक महिला की लाश मिली थी. उस महिला के कई टुकड़े कर दिए गए थे फिर उन्हें बॉक्स में भरा गया था. इस सनसनीखेज वारदात के बाद इलाके में दहशत फैल गई थी. पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की.

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पुलिस के लिए सबसे पहले महिला की शिनाख्त कराना ही सबसे बड़ी चुनौती थी. पुलिस ने आस पास के इलाकों में मिसिंग लोगों की डिटेल्स को खंगालना शुरू की. लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली. महिला ने जो कपड़े पहने थे, उससे पहचान की कोशिश की गई. तब भी कुछ हाथ नहीं लगा.

पुलिस ने कई टीम बनाकर इस जांच को आगे बढ़ाया. दिन बीतते जा रहे थे और पुलिस को क़तिल का कोई सुराग नहीं मिल रहा था. अचानक दिल्ली पुलिस के हाथ एक ऐसा सुराग लगा, जिसने हत्यारे को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.

दरअसल, जिस पार्सल बॉक्स में महिला की लाश टुकड़ो में बरामद हुई थी, उस पार्सल बॉक्स पर एक कंपनी का नाम छपा हुआ था. पुलिस की एक टीम उस कंपनी के पते पर गुरुग्राम जा पहुंची. कंपनी के कर्मचारी ने दिल्ली पुलिस को बताया कि ये पार्सल बॉक्स उन्हीं की कंपनी का है.

कंपनी के कर्मचारी ने यह भी बताया कि ये पार्सल कंपनी के एक क्लाइंट जावेद अख़्तर ने UAE से बुक करवाया था. जिसमें उनका कुछ सामन था. पुलिस की टीम जावेद अख़्तर का पता लेकर उसके पास अलीगढ़ पहुंची और उससे उस पार्सल बॉक्स के बारे में पूछताछ की गई.

जावेद अख़्तर ने बताया कि यह पार्सल बॉक्स नहीं है बल्कि ऐसे कई बॉक्स है जो उसने मंगवाए थे. उसने पुलिस को बताया कि कुछ बॉक्स तो उसने अपनी नौकरानी को दिए थे और बाकी के बॉक्स उसने दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में स्थिर अपने दूसरे घर भेज दिए थे. वह घर जावेद ने साज़िद अली अंसारी नाम के एक शख्स को किराए पर दिया हुआ है.

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पुलिस की टीम जावेद अख़्तर की मेड के पास पहुंची. वहां पर खाली बॉक्स मिल गए, इसके बाद पुलिस जब जावेद के शाहीन बाग स्थित घर पर पहुंची तो वहां ताला लगा था. इससे पुलिस का शक साजिद अली पर गहरा हो गया. पुलिस ने आस-पास के लोगों से साजिद के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की, तो पता चला कि उसने वहां लोगों से कहा है कि वो ये घर खाली करके जा रहा है.

अब पुलिस को तलाश थी साजिद अली अंसारी की. पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में जुट गई. और आखिरकार वो पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. पकड़े जाने के बाद साजिद ने क़त्ल की जो कहानी पुलिस को बताई वो चौंका देने वाली है. साजिद अली ने पुलिस को बताया कि उसका अक्सर अपनी पत्नी के साथ झगड़ा होता था. झगड़े की दो वजह थी एक तो उसका किसी दूसरी लड़की के साथ संबंध और उसकी बेरोजगारी.

इसी वजह से उसने अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया. 20- 21 जून की रात को उसने अपनी पत्नी की गला दबा कर हत्या कर दी. फिर अपने दोनों भाइयों के साथ मिलकर उसकी लाश के कई टुकड़े किए. और लाश को एक पार्सल बॉक्स में डाल कर ठिकाने लगा दिया. पुलिस के मुताबिक साजिद अली को लग रहा था कि इस वारदात को अंजाम देने के बाद वो बच जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं. उस पार्सल बॉक्स ने उसकी साजिश को बेनकाब कर दिया.

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पूछताछ में साजिद ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी हिन्दू थी, साल 2011 में पढ़ाई के दौरान उसकी मुलाकात राजबाला से हुई थी. बाद में दोनों ने शादी कर ली और पत्नी का नाम बदलकर जूही रख दिया था. साजिद पेशे से बीटेक इंजीनियर है, लेकिन उसके पास कोई नौकरी नहीं है. फिलहाल तीनों आरोपी भाई अब सलाखों के पीछे हैं.

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