
Mahesh Kumar Murder Case: दिल्ली में सर्वे ऑफ इंडिया के सीनियर सर्वेयर महेश कुमार का कातिल कोई और नहीं बल्कि उनका सहकर्मी और दोस्त अनीस ही निकला. जिसने पूरी प्लानिंग के साथ कत्ल की इस संगीन वारदात को अंजाम तक पहुंचाया. यही नहीं आरोपी ने महेश की लाश को ऐसे ठिकाने लगाया था कि पुलिस भी हैरान थी. अनीस ने फ्लैट के पीछे जहां महेश की लाश दफ्न की थी. उसके ऊपर सीमेंट से चबूतरा बनवा दिया था. चबूतरा बनाने वाले राहुल ने इस बारे में खुद 'आज तक' को जानकारी दी है.
पलंबर राहुल तक पहुंची पुलिस
पुलिस ने महेश के कातिल को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है. लेकिन इस कत्ल और फिर कत्ल के खुलासे की जो कहानी है, वो बेहद हैरान करने वाली है. ऐसा लगता है कि जैसे किसी फिल्म की स्क्रिप्ट हो. मगर ये कोई फिल्म नहीं बल्कि हकीकत है कि कातिल ने कत्ल के बाद लाश को फ्लैट के पीछे जमीन में दफ्न कर दिया था. ये काम करने वाले पलंबर राहुल से पुलिस ने पूछताछ की. इसके बाद राहुल ने खुद हमारी टीम को इस बारे में बताया.
राहुल को नहीं पता था लाश का राज
असल में जब अनीस पूरी तरह से पुलिस के शिकंजे में आया और पुलिस ने कड़ाई के साथ अनीस से पूछताछ की तो इस कत्ल का राज खुल गया. अनीस ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने अनीस के सहकर्मी के फ्लैट से जमीन में दफ्न महेश की लाश बरामद कर ली. पुलिस लाश के ऊपर चबूतरा बनाने वाले पलंबर राहुल तक भी जा पहुंची. राहुल को तो ये पता ही नहीं था कि जहां वो सीमेंट का चबूतरा बना रहा है, वहां एक लाश दफ्न है.
10 हजार में बना था चबूतरा
राहुल ने आजतक की टीम को बताया कि जिसने फ्लैट के पीछे काम कराया था, उसने पूरा दिन खुद खड़े होकर सीमेंट का चबूतरा बनवाया था. राहुल के मुताबिक, अनीस दोपहर डेढ़ बजे उसके पास आया था. वो उसे फ्लैट के पीछे लेकर गया और कहा कि वहां लंबा सीमेंट का चबूतरा बनना है. राहुल ने उससे 12 हजार मांगे तो उसने 10 हजार दिए. 2000 नहीं दिए.
अनीस ने राहुल को बताई थी पत्नी के आने की बात
राहुल के मुताबिक, उसने जब अनीस से पूछा कि यहां सीमेंट का चबूतरा क्यों बनवा रहे हैं, तो अनीस ने बताया कि उसकी पत्नी वहां आने वाली है और वहां पानी काफी जमा होता है, इसलिए करवा रहा है.
3 दिन राहुल के घर में नहीं बना खाना
राहुल ने बताया कि उसे (अनीस) देखकर लगा नहीं था कि उसने लाश वहां गाड़ी है. बाद में पुलिस ने जब राहुल को बुलाया तो उसे इस बारे में पता चला. इसके बाद जब यह बात राहुल के परिवार को पता चली तो वो सहम गए. वो इतने डर गए थे कि राहुल के घर में 3 दिन खाना नहीं बना. उसके घर में सब डरे हुए थे. उनका मन खाने पीने को नहीं कर रहा था.
ये था पूरा मामला
दरअसल, महेश और अनीस सर्वे ऑफ इंडिया में एक साथ काम करते थे. दोनों की दोस्ती थी. इसी दौरान ऑफिस में ही अनीस की दोस्ती एक महिला सहकर्मी से हो गई थी. जो जल्द ही उसकी गर्लफ्रेंड बन गई थी. इस पूरी कहानी का आगाज यहीं से हुआ. महेश और अनीस दोनों अच्छे दोस्त थे. लिहाजा इसी बीच उसने अनीस को तीन लोगों की जॉब लगवाने के लिए 9 लाख रुपये भी दिए थे. सब ठीक चल रहा था, लेकिन महेश कुछ अलग सा हो गया था. उसकी नजर हमेशा अनीस की गर्लफ्रेंड पर लगी रहती थी. वो उसे गंदी नजरों से देखता था. वो उससे नजदीकियां बढ़ाना चाहता था. उसे हासिल करना चाहता था.
लेकिन अनीस को जब यह बात पता चली तो उसने इसका विरोध किया. उसने महेश को समझाने की कोशिश भी की. लेकिन वो नहीं माना. फिर इसी बात को लेकर महेश और अनीस के बीच बहस हो गई. महेश ने अनीस को बहुत कुछ उल्टा-सीधा बोला. अनीस काफी आहत था. उसके दिल में महेश के लिए नफरत पैदा हो गई थी. इसी वजह से उसने महेश को खत्म करने का प्लान बनाया और उसकी हत्या के बाद लाश को उस फ्लैट के पीछे दफ्न कर दिया था. लाश का राज ना खुले इसीलिए उसने उस जगह सीमेंट का चबूतरा बनवा दिया था.