देश में गोल्ड की स्मगलिंग को रोकने के लिए सरकार कई स्तर पर काम कर रही है. इसी क्रम में डीआरआई (DRI)के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है. ऑपरेशन 'गोल्ड रश' के तहत डीआरआई ने 65.46 किलोग्राम सोना पकड़ा है. ये सोना करीब 33 करोड़ रुपये का होने की उम्मीद है.
नॉर्थ-ईस्ट के रास्ते हो रही थी तस्करी
डीआरआई को जानकारी मिली थी कि देश में मिजोरम के रास्ते स्मगल कर लाए गए सोने कर एक बड़ी खेप आने वाली है. इसी को ध्यान में रखते हुए ऑपरेशन गोल्ड रश का प्लान बनाया गया. बताया जा रहा है कि इसे पूर्वोत्तर के इलाकों से मुम्बई, पटना और दिल्ली में तस्करी कर लाया गया. बताया जा रहा है कि इस तरह तस्करी में पकड़े गए सोने की ये अब तक की सबसे बड़ी बरामदगियों में से एक है. डीआरआई को छापे में सोने के ढेर सारे बिस्कुट प्राप्त हुए हैं जिनका कुल वजन करीब 65.46 किलोग्राम है.
कूरियर कंपनी से हो रही थी स्मगलिंग
डीआरआई से मिली जानकारी के मुताबिक गोल्ड स्मगलिंग के लिए डोमेस्टिक कूरियर और लॉजिस्टिक कंपनी का इस्तेमाल किया गया. सोने के बिस्कुटों को घरेलू इस्तेमाल के अलग-अलग सामान के बीच छिपाकर लाया गया था.
सबसे बड़ी बरामदगी पटना से
डीआरआई ने सबसे पहले महाराष्ट्र के भिवंडी में ऑपरेशन गोल्ड रश के तहत सोने के 120 बिस्कुट पकड़े जिनका वजन करीब 19.93 किलोग्राम और कीमत करीब 10.18 करोड़ रुपये आंकी गयी है. बाद में जांच के दौरान पता चला कि सोना पहले विदेश से मिजोरम आया और फिर वहां से इसकी खेप मुंबई पहुंची. इसी कंसाइनमेंट की 2 खेप दिल्ली और पटना में भी कूरियर के जरिये डिस्पैच की गईं.
इसके बाद डीआरआई ने पटना में इसी लॉजिस्टिक कंपनी के वेयरहाउस पर रेड कर 172 सोने के बिस्कुट पकड़े, जिनका वजन 28.57 किलोग्राम और कीमत करीब साढ़े 14 करोड़ रुपये है. वहीं दिल्ली से इसकी तीसरी खेप पकड़ी गई. यहां पर 102 सोने के बिस्कुट मिले, जिनका वजन 16.96 किलोग्राम और कीमत करीब 8.69 करोड़ रुपये आंकी गयी है. इस तरह कुल 394 सोने के बिस्कुट डीआरआई ने जब्त किए हैं. इनका कुल वजन 65.46 किलोग्राम और कुल कीमत करीब 33.40 करोड़ रुपये है.