हरियाणा के नूंह जिले में अवैध खनन की जांच करने गए पुलिस उपाधीक्षक (DSP) सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की मंगलवार को हत्या कर दी गई. तावडू के डीएसपी ने दस्तावेज की जांच के लिए एक डंपर को रुकने का इशारा किया था, लेकिन चालक ने रफ्तार बढ़ाते हुए उन्हें कुचल डाला. DSP के ड्राइवर और सुरक्षाकर्मियों ने सड़क के किनारे कूदकर अपनी जान बचाई, लेकिन सुरेंद्र सिंह नहीं बच पाए.
पुलिसकर्मियों के मुताबिक, डीएसपी सुरेंद्र सिंह के अगुवाई में SHO थाना सदर तावडू, ASI संजय कुमार, अंगरक्षक उमेश कुमार और गाड़ी ड्राइवर सरकारी गाड़ी से अवैध खनन को रोकने पहुंचे तो पंचगांव की पहाड़ी पर एक डंपर अवैध रूप से खनन किए गए पत्थर का परिवहन करता दिखाई दिया.
कट्टा दिखाकर दी गोली मारने की धमकी
DSP के इशारे पर उनकी गाड़ी चला रहे सरकारी ड्राइवर ने डंपर का पीछा किया. डंपर चालक और उसमें बैठे तीन-चार युवक पहाड़ी पर चढ़ गए. इसके बाद डंपर को ओवरटेक किया गया और DSP अपनी गाड़ी से उतर कर डंपर ड्राइवर और अन्य लड़कों को पकड़ने के लिए उतरे. लेकिन जब उन्हें नीचे लाने लगे तो डंपर ड्राइवर देसी कट्टा दिखाकर बोला- साइड से हट जाओ, वरना गोली मार देंगे.
'इन पुलिसवालों को सबक सिखा दो'
घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों के अनुसार, डंपर में मौजूद लोग बोले कि इन पुलिसवालों को गाड़ी रोकने का सबक सिखा दो. इतने में ही ड्राइवर जिसका नाम मित्तर कहा जा रहा था, उसने जान से मारने की नीयत से डंपर पुलिसकर्मियों से ऊपर चढ़ाने की कोशिश की.
पत्थरों को खाली भागे
इतने में दूसरे पुलिसकर्मी एकदम छलांग लगाकर दूर हो गए लेकिन DSP सुरेंद्र सिंह बिश्नोई डंपर की चपेट में आ गए. इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी डंपर ड्राइवर और उसके 3-4 साथी डंपर से पत्थरों को खाली करते हुए मौके से भाग गए. हालांकि, इसके बाद पुलिस ने एनकाउंटर कर डंपर चालक को घायल कर गिरफ्तार कर लिया.
पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
पुलिस ने बताया कि सिंह को फौरन पास के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. डीएसपी सुरेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार हिसार जिले में आदमपुर के पास उनके पैतृक गांव सारंगपुर में होगा.
जल्द ही घर आने का वादा किया था
कुरुक्षेत्र में एक सहकारी बैंक में अधिकारी अशोक कुमार बिश्नोई ने बताया कि उनके भाई डीएसपी सिंह तीन महीने के बाद पुलिस विभाग से रिटायर होने वाले थे. बिश्नोई ने सुबह 8 बजे अपने बड़े भाई से फोन पर बात की थी और उन्होंने कहा था कि वह जल्द ही घर आ जाएंगे. बिश्नोई ने कहा कि उनके भाई के परिवार में पत्नी, एक विवाहित बेटी और एक बेटा है. उनकी बेटी बेंगलुरु के एक बैंक में अधिकारी है और बेटा कनाडा में पढ़ाई कर रहा है.
3 महीने बाद था रिटायरमेंट
हरियाणा के नूंह जिले में तावडू के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) सुरेंद्र सिंह तीन महीने बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे और उन्होंने अपने छोटे भाई से मिलने का वादा किया था. लेकिन, इस अप्रत्याशित घटना से उनका पूरा परिवार गहरे शोक में डूब गया है. डीएसपी के छोटे भाई अशोक कुमार बिश्नोई ने बताया कि इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है.