हैदराबाद में 100 करोड़ रुपये की ज़मीन हथियाने के लिए एक बुज़ुर्ग का अपहरण कर लिया गया. किडनैपिंग की इस सनसनीखेज वारदात को आधा दर्जन से ज्यादा बदमाशों ने अंजाम दिया. हैरानी की बात यह है कि इस पूरी वारदात की साज़िश में एक पुलिस इंसपेक्टर भी शामिल था.
कैमरे में कैद हुए किडनैपर्स
करोड़ों की जमीन हथियाने की फिराक में इस वारदात को इस साल जनवरी में अंजाम दिया गया था. वो दिन था 25 जनवरी 2016. हैदराबाद शहर के पॉश इलाके ECIL में कुछ लोग दाखिल हुए. सुबह के करीब साढ़े पांच बजे थे. बदमाशों को शायद इस बात का अंदाजा नहीं था कि करोड़पति बुजुर्ग के घर में हर तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे थे. अपहरण की यह पूरी वारदात कैमरे में कैद हो गई.
नौ बदमाशों ने किया था अपहरण
करोड़पति बुज़ुर्ग का अपहरण करने के लिए एक दो नहीं बल्कि पूरे 9 बदमाश पहुंचे थे. सीसीटीवी फुटेज में सभी बदमाश एक एक करके बुजुर्ग के कमरे की तरफ बढ़ते दिखाई दे रहे हैं. मकान की पहली मंज़िल पर दो शख़्स इधर-उधर देखते हुए सीढ़ियों पर चढ़े. सबसे आगे वाले किडनैपर के हाथों में एक रॉड भी थी. इन दोनों के पीछे-पीछे सात और किडनैपर ऊपर गए.
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तीन नकाबपोश भी थे शामिल
वारदात में शामिल तीन बदमाशों ने अपने चेहरे नकाब से ढके हुए थे. करीब पांच मिनट बाद दो बदमाश नीचे उतरकर किडनैप किए गए बुज़ुर्ग को ले जाने के लिए नीचे रेकी करते दिखाए देते हैं. उनके पीछे एक और बदमाश भागते हुए नीचे उतर जाता है. उसके बाद एक नकाबपोश बदमाश ने सीढ़ियों से उतरकर बुज़ुर्ग को नीचे लाने के लिए पूछा.
गिरफ्तारी के बाद खुला राज
नीचे खड़े अपने साथियों का इशारा पाते ही वो बदमाश दोबारा ऊपर गया और फिर 6 बदमाश बेहोश बुज़ुर्ग के हाथ-पैर पकड़कर उसे अपने साथ नीचे लाते हैं और बाहर की तरफ ले जाते हैं. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब इस पूरी वारदात में शामिल 12 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. और तभी किडनैपिंग का असली मकसद भी सामने आया.
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पुलिस इंस्पेक्टर ने रची थी साजिश
दरअसल, अपहरण की यह पूरी साजिश एक पुलिस इंसपेक्टर ने ही रची थी. ECIL इलाके में 74 साल के एक बुज़ुर्ग रहते हैं. उनके पास 30 करोड़ और 75 करोड़ की दो ज़मीन हैं. कुछ दबंग लोग उनकी ज़मीन ख़रीदना चाहते थे. मगर, बुज़ुर्ग ने उन्हें जमीन बेचने से साफ इनकार कर दिया था.
अमीर बनना चाहता था इंस्पेक्टर
इसके बाद ज़मीन का सौदा करने वालों ने नीरदमेट पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर एन. चंद्रबाबू से बात की. इंस्पेक्टर चंद्रबाबू भी अमीर बनना चाहता था. इसलिए पैसे के लालच में वह उन लोगों के साथ मिल गया. और उन्होंने 25 जनवरी को बुजुर्ग का अपहरण कर लिया. इसके बाद पुलिस किडनैपर्स की तलाश में जुट गई.
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एसओजी ने किया वारदात का खुलासा
इस दौरान अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए पुलिस की एक विशेष बैठक हुई. उस बैठक में इंस्पेक्टर एन. चंद्रबाबू भी मौजूद था. इंस्पेक्टर समझ चुका था कि अब मामला हाथ से निकलता जा रहा है. पुलिस के आला अधिकारियों ने काफी सख्ती दिखाई थी. बैठक के बाद चंद्रबाबू ने किडनैपर्स को सारी बात बताते हुए बुज़ुर्ग को रिहा करने के लिए कहा. मगर, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. स्पेशल ऑपरेशन टीम (एसओजी) ने इस मामले में शामिल 12 बदमाशों को गिरफ्तार करके पूरी वारदात का पर्दाफाश कर दिया.
इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई
मलकाजगिरि के डीसीपी ई. रामचंद्र ने बताया कि वारदात का खुलासा हो जाने के बाद पुलिस ने किडनैपिंग की साजिश रचने के आरोपी इंस्पेक्टर एन. चंद्रबाबू को सस्पेंड कर दिया गया है. उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है. अन्य आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. जबकि बुजुर्ग को सही सलामत बरामद कर लिया गया.