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यूपीः STF के हत्थे चढ़े जालसाज, फर्जी कागजात से बैंकों को 5 करोड़ का चूना लगाने का आरोप

इनके पास से आगरा विकास प्राधिकरण, शिक्षा विभाग, नगर निगम, यूपी पुलिस, भारतीय सेना आदि की सैलरी स्लिप और फार्म 16 भी बरामद किए गए हैं.

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आगरा से हुई गिरफ्तारी
आगरा से हुई गिरफ्तारी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आगरा से पकड़े गए दो आरोपी
  • फर्जी कागजात पर कराते थे लोन

यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसटीएफ ने सैनिक बनकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंकों से करीब पांच करोड़ की ठगी के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ ने इन आरोपियों को आगरा के हरिपर्वत थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी अरुण पराशर उर्फ सोनी और संदीप शर्मा आगरा के ही निवासी बताए जाते हैं.

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पकड़े गए अपराधियों के पास से 4 लाख 89 हजार 140 रुपये नकद, एक कम्प्यूटर, एक कलर प्रिंटर, एक स्विफ्ट कार, पांच बैंकों से फर्जी रजिस्ट्री के आधार पर लिए गए लोन से संबंधित फर्जी रजिस्ट्री प्रपत्र,13 फर्जी रजिस्ट्री/ डीड, चार मोबाइल फोन, तीन एटीएम कार्ड, चार पासबुक, कोटक महिंद्रा बैंक की एक जमा पर्ची बुक, दो चेक बुक, तीन हस्ताक्षर युक्त चेक बरामद किए गए हैं.

बताया जाता है कि इनके पास से आगरा विकास प्राधिकरण, शिक्षा विभाग, नगर निगम, यूपी पुलिस, भारतीय सेना आदि की सैलरी स्लिप और फार्म 16 भी बरामद किए गए हैं. संदीप शर्मा से एसटीएफ ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने ये बताया कि इन दस्तावेजों का उपयोग आईसीआईसीआई बैंक में कार्यरत आर्यन कुमार उर्फ अमित के कहने पर फर्जी लोन कराने के लिए करता हूं. वर्दी वाला फोटो लगा खुद को सैनिक बता फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड आदि बनाकर हम बैंकों से लोन कराते हैं.

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संदीप ने अरुण, मनोज, रिकी और दो-तीन अज्ञात व्यक्तियों की संलिप्तता का भी खुलासा किया और बताया कि लोन कराने के बाद वे पैसा आपस में बांट लेते थे. यूपी एसटीएफ मामले की जांच कर रही है. एसटीएफ की टीम पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

 

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