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गुजरात में एक बार फिर से पाकिस्तानी नागरिकों ने दुस्साहस किया है. बता दें कि कच्छ के क्रीक बॉर्डर में 3 पाकिस्तानी नाव समेत एक पाकिस्तानी फिशरमैन पकड़ा गया है. जानकारी के मुताबिक BSF की टीम पेट्रोलिंग कर रही थी. इसी दौरान सुरक्षाबलों ने पाकिस्तानी नाव देखी. जवानों ने तत्काल प्रभाव से नाव को अपने कब्जे में ले लिया.
BSF के जवानों की ओर से की गई इस कार्रवाई में जहां एक पाकिस्तानी नागरिक पकड़ा गया है, वहीं बाकी मछुआरे नाव छोड़कर भाग गए. BSF ने इस मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
बता दें कि ये पहला मामला नहीं है जब पाकिस्तानी नाव और मछुआरे पकड़े गए हों. हाल में पाकिस्तान के कराची से लाई जा रही 400 करोड़ रुपये की ड्रग को हाल ही में एटीएस की टीम ने गुजरात में पकड़ा था. पाकिस्तान बोट (Boat) में कराची के बड़े ड्रग माफिया हाजी हसन का बेटा साजिद सवार था.
पहले भी ऐसी हरकत कर चुका है पाकिस्तान
गुजरात में पाकिस्तान पहले भी इस तरह की हरकत कर चुका है. इससे पहले 9 जनवरी को भारतीय तट रक्षक ने गुजरात के अरब सागर के तटीय क्षेत्र में भारतीय सीमा में घुसे एक पाकिस्तानी नौका को जब्त किया था. इस नौका में चालक दल के 10 सदस्य भी सवार थे.
उस वक्त भारतीय रक्षा प्रवक्ता ने कहा था कि जब्त की गई नौका का नाम यासीन है और इसे तटरक्षक ने एक अभियान के दौरान पकड़ा है. अधिकारी ने ट्विटर पर बताया था, भारतीय तटरक्षक पोत अंकित ने आठ जनवरी की रात को एक अभियान के दौरान अरब सागर में भारतीय जल क्षेत्र से एक पाकिस्तानी नौका पकड़ी है जिसमें चालक दल के 10 सदस्य सवार थे.
15 सितंबर 2021 को भी सामने आई थी ऐसी घटना
इससे पहले बीते साल (2021) 15 सितंबर को तटरक्षकों ने इसी तरह के अभियान में गुजरात के अपटीय क्षेत्र में भारतीय जल क्षेत्र से एक पाकिस्तानी नौका को पकड़ा था जिसमें चालक दल के 12 सदस्य शामिल थे. माना जा रहा है कि ऐसी नौकाओं का इस्तेमाल कर पाकिस्तान भारत में मादक पदार्थों की तस्करी, आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की योजना बना रहा है.
इससे पहले तटरक्षकों ने गुजरात के आतंकवाद रोधी दस्ते के साथ मिलकर चलाए गए एक संयुक्त अभियान में मछली पकड़ने वाली पाकिस्तानी नौका को पकड़ा था जिसमें चालक दल के छह सदस्य सवार थे और नौका से 77 किलोग्राम हेरोइन मिली थी. इस हेरोइन की कीमत बाजार में लगभग 400 करोड़ रुपये बताई गई थी.