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Goa Crime News: गोवा में ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़, NCB ने जब्त की 532 ग्राम मेथामफेटामाइन ड्रग, 2 गिरफ्तार

27 मार्च की शाम को उसके कब्जे में भारी मात्रा में नशीली दवाओं के होने की पुष्टि हो गई, तब एनसीबी की जोनल टीम ने जे. सिंह को रोक लिया. और उसके कब्जे से 532 ग्राम मेथामफेटामाइन बरामद हुआ. मौके से उसकी एक गाड़ी भी जब्त कर ली गई है, जिसका इस्तेमाल ड्रग डिलीवरी के लिए किया जा रहा था.

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NCB ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है
NCB ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है

आगामी चुनावों के मद्देनजर गोवा में मादक पदार्थों की तस्करी और कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए कड़ी निगरानी की जा रही है. इसी के चलते नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की जोनल यूनिट ने गोवा में मादक पदार्थों की तस्करी के एक नेटवर्क का पर्दाफाश कर दिया. यह ड्रग सिंडिकेट गोवा में मेथामफेटामाइन की तस्करी करता था. 

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एनसीबी की जोनल यूनिट को पहले गुप्त जानकारी मिली थी एक अंतरराज्यीय सिंडिकेट गोवा में अवैध ड्रग कारोबार का संचालन कर रहा था. साथ ही पता चला कि हवाई अड्डों, पार्सल कार्यालयों और भूमि मार्गों पर मौजूद विभिन्न चौकियों पर सख्ती के कारण स्थानीय रूप से संचालित सिंडिकेट अवैध ड्रग सर्किट में मादक दवाओं की सप्लाई करने का मौका तलाश रहा था.

इसकी एक वजह गोवा का पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होना भी था. इसी के चलते एनसीबी की टीम ने इस सिंडिकेट की गतिविधि का पता लगाने के लिए विभिन्न खुफिया स्रोतों को अलर्ट किया था. जिसका नतीजा ये निकला कि जल्द ही राजस्थान के जे. सिंह नाम के एक व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली, जिसके गोवा में संदिग्ध संबंध थे. कुछ दिन पहले ही उसे गोवा में देखा गया था. 

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इसी दौरान ड्रग की डील खत्म होने के बाद उसकी व्यापारिक यात्रा के बारे में एजेंसी को तत्काल सूचना मिली. वह गोवा में कैंडोलिम के आसपास मौजूद था. पहले उसकी पहचान की गई और इसके बाद उसकी चौबीसों घंटे निगरानी की गई. 27 मार्च की शाम को उसके कब्जे में भारी मात्रा में नशीली दवाओं के होने की पुष्टि हो गई, तब एनसीबी की जोनल टीम ने जे. सिंह को रोक लिया. और उसके कब्जे से 532 ग्राम मेथामफेटामाइन बरामद हुआ.

मौके से उसकी एक गाड़ी भी जब्त कर ली गई है, जिसका इस्तेमाल ड्रग डिलीवरी के लिए किया जा रहा था. इसके अलावा जांच के दौरान आर.सिंह नाम वाले उसके एक सहयोगी को भी गिरफ्तार कर लिया गया, जो गोवा में ड्रग सौदे को अंजाम देने के लिए जे.सिंह को रसद सहायता प्रदान कर रहा था. जे.सिंह विदेश में काम करने के बाद पिछले साल ही भारत लौटा है. 

जैसा कि स्वैच्छिक बयान में कहा गया है, जे.सिंह को पैसे की ज़रूरत थी और उसे विश्वास था कि वह अवैध दवा व्यवसाय के माध्यम से पैसा कमाता है. उसने गोवा में रहने वाले अपने पुराने दोस्त आर. सिंह को ड्रग कारोबार के लिए प्रेरित किया. 

यहां ये बताना भी ज़रूरी होगा कि गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्ति एक ही मूल स्थान के हैं, जिसके कारण वे एक-दूसरे को लंबे समय से जानते थे. तभी जे.सिंह ने अपने दोस्त आर.सिंह की मदद से ड्रग्स खरीदने और इसे गोवा में सप्लाई करने की योजना बनाई थी.

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