Serial Killer Naval Singh Chavda Custodial Death: वो 3 दिसंबर 2024 का दिन था. जब गुजरात पुलिस ने एक ऐसे कातिल को गिरफ्तार किया, जो अब तक एक नहीं दो नहीं बल्कि दर्जनभर लोगों को जान ले चुका है. वो कातिल नवल सिंह चावड़ा उर्फ भुवा नाम का एक दरिंदा था, जिसने तंत्रमंत्र के नाम पर 12 लोगों को मौत के घाट उतार दिया और इस बात का खुलासा भी उस कातिल ने पुलिस के सामने खुद किया. अहमदाबाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी एक कारोबारी के मर्डर केस को लेकर की थी.
पुलिस कस्टडी में कातिल की मौत
लेकिन पुलिस रिमांड के दौरान जब उस कातिल ने अपनी जबान खोली तो पूछताछ करने वाले पुलिसकर्मी भी सकते में आ गए. लेकिन इस केस में हैरान करने वाला मोड तब आया, जब पुलिस कस्टडी के दौरान उस कातिल की मौत हो गई. दो दिन पहले आरोपी नवल सिंह चावड़ा की तबीयत अचानक बिगड़ी. उसे फौरन सिविल अस्पताल ले जाया गया. जहां उसकी मौत हो गई. रिमांड के दौरान आरोपी ने कई खुलासे किए और उसने वो तरीका भी बताया, जिससे वो लोगों की जान लेता था.
कत्ल के लिए सोडियम नाइट्रेट का इस्तेमाल
दरअसल, उसने सोडियम नाइट्रेट को पानी और शराब में मिलाकर 12 लोगों को पिलाया और उनकी जान ले ली. आरोपी ने अहमदाबाद के असलाली में 1, सुरेंद्रनगर में 6, राजकोट के पडधरी में 3, अंजार में 1 और वांकानेर में 1 व्यक्ति की हत्या करने की बात कबूल की थी. मरने वाले 12 लोगों में उसके परिवार के तीन लोग भी शामिल हैं, जो सुरेंद्रनगर के वढवान में रहते थे. उनमें उसकी मां, चाचा और दादी शामिल थी.
सीएनजी रिक्शा में तीन लाशें
पुलिस के मुताबिक, 2 मई 2024 को राजकोट में पडधरी के पास मोटा रामपरा गांव में एक सरकारी बंजर भूमि में सीएनजी रिक्शा में एक महिला सहित तीन लोगों के बेहोश पड़े होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने बेहोश लोगों की जांच कराई, जहां 108 सेवा के स्टाफ ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. जांच के दौरान पता चला कि तीनों मृतक राजकोट के भगवतीपारा इलाके में रहने वाले कादरभाई मुकासम, उनकी पत्नी फरीदा मुकासम और बेटा आसिफ मुकासम थे. मृतक कादरभाई मुकासम खुद एक रिक्शा चालक थे, जबकि उनका बेटा आसिफ 35 साल का था.
लड़की की लाश के किए थे टुकड़े
आरोपी नवल सिंह चावड़ा ने उन तीनों को जहरीला ड्रिंक पिलाकर मारने की बात कबूल कर ली थी. इसके अलावा उसने नगमा मुकासम नाम की लड़की की हत्या करने के बाद उसकी लाश के टुकड़े कर वांकानेर में दफनाने का खुलासा भी किया.
दर्जी के परिवार का खात्मा
11 मार्च 2023 को सुरेंद्रनगर में रहने वाले एक दर्जी परिवार के तीन सदस्यों की लाशें दूधरेज के पास नर्मदा नहर में मिली थीं. जिनकी पहचान दीपेश पाटडिया उनकी पत्नी प्रफुल्लाबेन पाटडिया और बेटी उत्सवीबेन पाटडिया के तौर पर हुई थी. पुलिस ने इस मामले में सामूहिक आत्महत्या का मामला दर्ज किया था. पुलिस तीनों की मौत को दुर्घटना मानकर जांच कर रही थी. लेकिन तभी पुलिस को लाशों के पास से चप्पल के अंदर एक बोतल, एक रुपये का सिक्का, दो जोड़ी चाबियां मिली.
अंधविश्वासी और तंत्रमंत्र
पुलिस ने जब जांच को आगे बढ़ाया तो मौका-ए-वारदात के आस पास आरोपी नवल सिंह चावड़ा की मोबाइल लोकेशन मिली थी. कत्ल से पहले दीपेश पाटडिया की नवल सिंह से लगातार टेलीफोन पर बात हो रही थी. बाद में राज खुला कि मृतक का परिवार अंधविश्वासी था. वो तंत्रमंत्र में विश्वास करता था. यही वजह थी कि मृतकों के परिजनों ने नवल सिंह चावड़ा पर शक जताया था. इसलिए इस मामले में आरोपी नवल सिंह चावड़ा की संदिग्ध भूमिका की जांच की जा रही है.
परिवार के सदस्यों को भी मारा
आरोपी नवल सिंह चावड़ा ने 14 साल पहले अपनी दादी मंगूबेन और 11 महीने पहले अपने चाचा सुराभाई और 9 महीने पहले अपनी माता सरोजबेन चावड़ा की भी घर के झगडे और बीमारी के चलते हत्या कर दी थी. साल 2021 में विवेक गोहिल की भी मौत हुई थी. उसके भाई जिगर को नवल सिंह पर शक था. जब साणंद के व्यापारी की हत्या की साजिश नवल सिंह ने रची थी, तब उसमें जिगर भी शामिल हुआ था. उसी ने पुलिस के पास पहुंचकर नवलसिंह चावड़ा को पकडवाया.
क्राइम पेट्रोल देखकर मिला था मर्डर का आइडिया
जोन 7 के डीसीपी शिवम वर्मा ने बताया कि तांत्रिक नवलसिंह को क्राइम पेट्रोल देखने के बाद सोडियम नाइट्रेट को पानी या शराब मिलाकर पिलाने से लोगों को मारने का आइडिया मिला था. उसे पता चला कि ऐसा करने से व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत हो जाती है.