गुजरात के सूरत (Surat Gujrat) में दोपहिया वाहन खरीदने के लिए लोगों को फर्जीवाड़ा कर कर्ज दिलाने के आरोप में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी कथित तौर पर फर्जी पंजीकरण प्रमाणपत्र (RC), आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र (voter ID) बनाते थे. इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोगों को लोन दिलाते थे. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
एजेंसी के अनुसार, डिंडोली पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों में से एक विश्वनाथ साव क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) के एजेंटों को जुर्माने के भुगतान की डुप्लिकेट रसीद पहुंचाता था. पुलिस ने साव के आवास से नकली दस्तावेज बनाने के लिए प्रयुक्त सामग्री जब्त की. इस सिलसिले में दो आरटीओ एजेंटों को गिरफ्तार किया गया है.
फर्जी आधार और voter ID के लिए लेता था 1 हजार से 1500 रुपये
पुलिस ने कहा कि साव ने फर्जी आरसी बुक के लिए 2 हजार रुपये और फर्जी आधार कार्ड और वोटर आईडी (fake Aadhaar card and voter ID) के लिए 1 हजार रुपये से 1500 रुपये तक लोगों से चार्ज किए. अधिकारी ने कहा कि आरोपी आरटीओ एजेंटों के संपर्क में था, जिसके माध्यम से वह आरसी की प्रति के साथ पुलिस द्वारा जारी किए गए यातायात उल्लंघन के मेमो हासिल कर लेता था. डुप्लिकेट रसीदें भी हासिल कर कर लेता था. उन्होंने कहा कि तीनों पर जालसाजी और आईपीसी और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के अन्य प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.