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एक शहर, 24 घंटे और 3 कत्ल... आखिर अपराधियों के सामने बेबस क्यों है सूरत पुलिस?

सूरत में बेखौफ अपराधियों ने 24 घंटे के अंदर तीन लोगों की जान ले ली. हैरानी की बात ये है कि जिस वक्त हत्या की ये तीन सनसनीखेज घटनाएं हुई हैं, उस वक्त सूबे के गृह मंत्री भी सूरत में मौजूद थे. पुलिस ने शहरभर में सुरक्षा के पुख्ता और खास इंतजाम किए थे.

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पुलिस ने एक मामले का खुलासा तो कर दिया, लेकिन दो केस अभी भी अनसुलझे हैं
पुलिस ने एक मामले का खुलासा तो कर दिया, लेकिन दो केस अभी भी अनसुलझे हैं

गुजरात राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर भले ही वहां की सरकार बड़े-बड़े दावे करती है. लेकिन सूरत शहर में हकीकत इसके बिल्कुल उलट है. जहां बेखौफ अपराधियों ने 24 घंटे के अंदर अलग-अलग तीन वारदातों को अंजाम देकर तीन लोगों की जान ले ली. हैरानी की बात ये है कि जिस वक्त हत्या की ये तीन सनसनीखेज घटनाएं हुई हैं, उस वक्त सूबे के गृह मंत्री भी सूरत में मौजूद थे. पुलिस ने शहरभर में सुरक्षा के पुख्ता और खास इंतजाम किए थे, जो अपराधियों के सामने धरे रह गए.  

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एक के बाद एक तीन वारदात
सूरत की बिगड़ती कानून व्यवस्था का खुलासा करते ये तीनों मामले पुलिस प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बन गए. अपराधियों का गढ़ बनते सूरत शहर में किस तरह से अपराधियों ने इन वारदातों को अंजाम दिया, आइए आपको बताते हैं. 

कत्ल की पहली वारदात
पहला मामला सूरत शहर के के डिंडोली थाना इलाके का है. बीते शनिवार की देर रात पुलिस को सूचना मिली कि वहां क्रिकेट के खुले मैदान में एक अज्ञात युवक की लाश पड़ी है. इत्तिला मिलते ही पुलिस की टीम मौका-ए-वारदात पर पहुंची और देखा कि मरने वाले शख्स के गले और सीने पर धारधार हथियार से वार किए जाने निशान मौजूद थे. साफ पता चल रहा था कि उसका बेरहमी से कत्ल किया गया था. मामले को गंभीरता से लेते हुए डिंडोली थाना पुलिस ने अलग-अलग टीम बनाकर जांच पड़ताल शुरू की और रविवार की सुबह तक मामले का खुलासा कर दिया.

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ऐसे पकड़ा गया कातिल
पुलिस को छानबीन में पता चला कि मृतक का नाम महेंद्र उर्फ बांगो राठौड़ था. उसकी उम्र 35 साल थी. पुलिस को मृतक की सीडीआर से पता चला कि मरने से पहले आखिरी बार उसकी बात अजय नामक शख्स से हुई थी. पुलिस ने अजय को पकड़ा और उससे सख्ती से पूछताछ की. अजय ने बताया कि महेंद्र उसका दोस्त था. दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ महेंद्र ने उसे गाली दे दी. इससे उसे गुस्सा आया और उसने महेंद्र को मार डाला.

कत्ल की दूसरी वारदात 
हत्या का दूसरा मामला सूरत शहर के लिम्बायत थाना क्षेत्र का है. जहां कृषिकेश एन्क्लेव निवासी नितेश साहेबराव पाटिल रविवार की सुबह बाइक पर अपने बच्चों को लेकर नाश्ता करने जा रहे थे. जब वह रेणुका नमकीन एन्ड जनरल स्टोर के सामने से गुजरे तो दशरथ उर्फ कानिया पांडुरंग पाटिल ने उन्हें रोका. फिर चाकू से उन पर जानलेवा हमला कर दिया. हमले में घायल नितेश की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक, पुरानी रंजिश के चलते नितेश की हत्या की गई है. फिलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. आरोपी अभी तक पुलिस की पहुंच से बाहर बताया जा रहा है.

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कत्ल की तीसरी वारदात
हत्या का तीसरा मामला सूरत शहर के डिंडोली पुलिस थाना क्षेत्र का ही है. जहां भेस्तान आवास इलाके में फिरोज अंसारी नामक युवक की कई लोगों ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि फिरोज किसी पुराने झगड़े का समाधान करवाने वहां पहुंचा था. लेकिन उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई. पीड़ित परिवार ने 10 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया है. लेकिन अभी तक पुलिस ने किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया है. 

पुलिस की भूमिका पर सवाल
आरोप है कि पुलिस की आरोपियों के साथ जान-पहचान और सांठगांठ है. इसलिए पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज होने के बावजूद कत्ल के इस सनसनीखेज मामले में अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है.

हवा हो गए पुलिस के दावे
अब सूरत शहर में ही 24 घंटे के अंदर एक के बाद एक तीन कत्ल हो जाने से पुलिस और कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. कहा जा रहा है कि गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी के शहर में मौजूद होने की वजह से पुलिस कड़े सुरक्षा इंताजम होने का दावा किया था. लेकिन कत्ल की तीन-तीन वारदातों ने पुलिस के दावों की हवा निकाल दी है. ऐसा लग रहा है कि सूरत में अपराधियों को पुलिस का खौफ नहीं है.

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(सूरत से संजत सिंह का इनपुट)

 

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