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Punjab: आठवीं फेल युवक ने छाप डाले लाखों के नकली नोट, ऑनलाइन सीखा था तरीका

Punjab News: पंजाब के गुरदासपुर में एक आठवीं फेल युवक ने लाखों रुपये के नकली नोट छाप डाले. पुलिस को जब इस बारे में पता चला तो युवक को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि युवक आठवीं फेल है, उसने फेक करेंसी छापी है. उसके पास से पुलिस ने नकली नोटों के अलावा कई चीजें बरामद की हैं.

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आठवीं फेल युवक ने छाप डाले नकली नोट.
आठवीं फेल युवक ने छाप डाले नकली नोट.

पंजाब के गुरदासपुर में आठवीं फेल युवक ने लाखों रुपये के नकली नोट छाप डाले. बताया जा रहा है कि युवक ने नकली नोट छापने का तरीका ऑनलाइन सीखा था. इस बारे में पता चलने पर पुलिस ने युवक के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.

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जानकारी के अनुसार, यह मामला गुरदासपुर के धारीवाल कस्बे के पसनावल गांव का है. यहां के एक युवक ने सोशल मीडिया पर नकली नोट छापने का तरीका सीखा और करीब 2 लाख रुपये के नकली नोट छाप दिए.

इस मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी सुखपाल सिंह ने बताया कि सीआईए स्टाफ गुरदासपुर ने गुप्त सूचना के आधार पर थाना धारीवाल के अंतर्गत पसनावल गांव में नाकाबंदी की. इस दौरान बलदेव सिंह उर्फ ​​देबा पुत्र बीर सिंह को रोका और उसकी तलाशी ली.

आठवीं फेल युवक ने छाप डाले लाखों के नकली नोट, ऑनलाइन सीखा था तरीका

इस दौरान उसकी जेब से 29800 रुपये मिले. सभी नोट सौ-सौ के थे. जब नोट की जांच की तो सभी नोट नकली निकले. इसके बाद पुलिस ने बलदेव सिंह के घर से 500 और 2000 रुपये के नकली नोट भी बरामद किए. इसके साथ ही स्कैनर और अन्य सामान भी बलदेव के घर से बरामद किया गया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

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1 लाख 94 हजार रुपये के नकली नोट बरामद

आठवीं फेल युवक ने छाप डाले लाखों के नकली नोट, ऑनलाइन सीखा था तरीका

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार युवक के पास से कुल 1 लाख 94 हजार 300 रुपए के नकली नोट मिले हैं. उसके पास से एक प्रिंटर, 4 स्याही, एक टेप, कागज सहित कटे हुए कागज, कैंची, एक क्राउबार, कार्डबोर्ड और एक कटर बरामद किया गया है.

पुलिस ने बताया कि युवक सौ-सौ के नोट बनाने को अहमियत देता था, क्योंकि सौ के नोट को मार्केट में चलाना मुश्किल नहीं था, जबकि बड़े नोट लेने वाला व्यक्ति नोट को अच्छी तरह से जांच करता था. युवक का कहना है कि उसके गांव के ज्यादातर युवा विदेशों में हैं. गरीब होने के कारण वह अपने मन में हीन भावना रखता था, इसलिए उसने ऐसा गलत रास्ता अपनाया.

(रिपोर्टः बिशंबर बिट्टू)

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