गुरुग्राम में एक साथ चार लोगों के कत्ल की वारदात ने सबको हिलाकर रख दिया. कातिल ने कत्ल का जो तरीका अपनाया उसे जानकर हर किसी का दिल दहल गया. कातिल एक रिटायर फौजी है, जिसने महज आधे घंटे में ही 4 लोगों को मौत की नींद सुला दिया. इस मामले में आरोपी की पत्नी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. कातिल के सिर किस कदर खून सवार था, इसका अंदाजा मरने वालों की लाश और उनकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देखकर भी लगाया जा सकता है. उनके जिस्मों पर तेजधार हथियार से अनगिनत वार किए गए थे.
गुरुग्राम के इस सामूहिक हत्याकांड की वजह जानकर पुलिस भी हैरान है. एक रिटायर फौजी ने अपनी बहू की वजह से चार लोगों की जान ले ली. इस पूरे मामले में आरोपी राव राय सिंह और उसकी पत्नी के अलावा भी एक अन्य शख्स पुलिस के रडार पर है.
मरने वालों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने कातिल के गुस्से को भी जाहिर कर दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक हत्या के लिए धारदार हथियार का इस्तेमाल किया गया. आरोपी ने पहले अपने बेटे की पत्नी सुनीता का कत्ल किया. जिसके जिस्म पर 17 बार वार किए गए थे. जबकि किराएदार कृष्णकांत तिवारी के शरीर पर 7 बार तेजधार हथियार से वार किए गए. इसी तरह से कृष्णकांत तिवारी की पत्नी के जिस्म पर सबसे ज्यादा 22 बार धारदार हथियार से वार किए गए थे. कातिल राय सिंह ने तिवारी की 7 साल की मासूम बच्ची पर तरस नहीं खाया. उस दरिंदे ने बच्ची के पर भी 16 बार वार किए थे.
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ये थी कत्ल की वजह
जानकारी के मुताबिक, आरोपी राय सिंह ने जनवरी में अपनी बहू को किराएदार कृष्णकांत तिवारी के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था. तभी से उसके सिर पर खून सवार था. आरोपी को इस बात का शक था कि दोनों के बीच अवैध संबंधों का सिलसिला लगातार जारी है.
सामूहिक हत्याकांड की इस वारदात को अंजाम देने से ठीक एक दिन पहले ही आरोपी राव राय सिंह ने अपने बेटे को खाटू श्याम भेज दिया था. हालांकि अब पुलिस इस बात की भी छानबीन कर रही है कि कहीं साजिश के तहत ही तो आरोपी ने अपने बेटे को खाटू श्याम नहीं भेजा था.
आधे घंटा में 4 कत्ल
रात साढ़े 11 बजे के आसपास आरोपी ने खुरपी और घास काटने वाली दरांती अपने पास रख ली थी. फिर घर की लाइटें बंद कर दीं और वो अपने बिस्तर पर लेट गया. इसके बाद आधी रात के 2 बजे आरोपी अपनी बहू सुनीता के कमरे में पहुंचा और दरवाजा खटखटाया. दरवाजा खुलते ही राय सिंह तेजधार हथियार लेकर अपनी बहू सुनीता पर टूट पड़ा और उस पर एक बाद एक कई वार किए. आरोपी ससुर तब तक वहां खड़ा रहा जब तक उसकी बहू की मौत नहीं हो गई.
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बहू सुनीता को मारने के बाद आरोपी रात 2:20 बजे सीढ़ियां चढ़कर किराएदार कृष्ण तिवारी के कमरे में पहुंचा. जैसे ही कृष्ण ने दरवाजा खोला, वैसे ही राय सिंह ने धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया और उसे मौत के घाट उतार दिया. 10 मिनट बाद 2:30 बजे आरोपी कृष्णकांत की पत्नी अनामिका के कमरे में गया और उस पर एक बाद एक कई वार किए. जिसकी वजह से अनामिका की दर्दनाक मौत हो गई.
इन तीनों को मारने के बाद आरोपी के मन में ख्याल आया कि अब तिवारी के बच्चों की देखभाल कौन करेगा. यही सोचकर उसने बच्चों पर भी हमला कर दिया. इस हमले में तिवारी की 7 वषीय मासूम बेटी की मौत हो गई.
इस दिल दहला देनेवाले सामूहिक हत्याकांड को अंजाम देने के बाद मुख्य आरोपी राव राय सिंह खुद गुरुग्राम के राजेन्द्र पार्क पुलिस स्टेशन पहुंचा और उसने सरेंडर कर दिया. वारदात में इस्तेमाल की गई दरांती भी उसने पुलिस के हवाले कर दी. थाने में मौजूद पुलिसकर्मी भी उसकी करतूत सुनकर हैरान रह गए. फिर मौके पर जाकर शव बरामद किए.